नई दिल्ली,21 अक्टूबर (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिवसीय एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के अपने विजन को साझा किया। इस मौके पर उन्होंने अपनी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 125 दिनों की उपलब्धियों का भी जिक्र किया,जिसमें देश के हर क्षेत्र में हो रही अविश्वसनीय प्रगति पर जोर दिया। मोदी ने कहा कि वर्तमान समय में भारत “द इंडियन सेंचुरी” की दिशा में अग्रसर हो रहा है, जब दुनिया विभिन्न समस्याओं और चुनौतियों का सामना कर रही है, तब भारत उम्मीद की एक नई किरण के रूप में उभर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “भारत की चर्चा अब ‘द इंडियन सेंचुरी’ के रूप में हो रही है। दुनिया जब अनेक मुद्दों को लेकर चिंतित है,तब भारत आशा का केंद्र बना हुआ है।” पीएम मोदी ने इस समिट में अपनी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 125 दिनों की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि इन 125 दिनों में गरीबों के लिए 3 करोड़ घरों को मंजूरी दी गई है और 5 लाख घरों में सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसके अलावा, इस अवधि में स्टॉक मार्केट में 6 प्रतिशत से प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है,जो देश की आर्थिक प्रगति का संकेत है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की विकास यात्रा की यह तो बस शुरुआत है और आगे आने वाले समय में और भी बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की जाएँगी। उन्होंने बताया कि पिछले 125 दिनों में भारत में डिजिटल भविष्य पर चर्चा के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय असेंबली आयोजित की गई और ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल का भी सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इन प्रयासों से यह स्पष्ट होता है कि भारत न केवल अपने घरेलू मुद्दों पर ध्यान दे रहा है, बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी उपस्थिति मजबूत कर रहा है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में शुरू की गई 15 नई वंदे भारत ट्रेनों का जिक्र किया और कहा कि देश में 8 नए एयरपोर्ट पर काम चल रहा है। युवाओं के लिए सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपये का विशेष पैकेज दिया है,जबकि किसानों के खाते में 21 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। साथ ही, 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जा रहा है। यह कदम सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का हिस्सा है,जो समाज के हर वर्ग के हितों का ध्यान रखने के लिए बनाई गई हैं।
इस समिट के दौरान पीएम मोदी ने ‘एनडीटीवी वर्ल्ड’ चैनल को भी लॉन्च किया। उन्होंने इस मौके पर कहा, “जब पूरी दुनिया उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है, तब भारत आशा और प्रगति की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है। दुनिया में मची चिंता के बीच भारत ने आशा और विकास का संदेश दिया है।”
इस समिट में देश और दुनिया के कई बड़े चेहरे उपस्थित थे। इनमें ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री लॉर्ड डेविड कैमरन,भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगेतथा बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली भी शामिल थे। इसके अलावा, कई प्रमुख उद्योगपति, फिल्म जगत और साहित्य से जुड़े प्रमुख हस्तियाँ भी इस समिट का हिस्सा बनीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 वर्षों में अपनी सरकार द्वारा किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “पिछले 10 सालों में 12 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं, 16 करोड़ परिवारों को गैस कनेक्शन दिए गए हैं और 350 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं, जिनमें 15 से अधिक एम्स भी शामिल हैं। इसी अवधि में डेढ़ लाख से अधिक स्टार्टअप शुरू हुए हैं और आठ करोड़ युवाओं ने मुद्रा लोन लेकर अपने सपनों को साकार किया है।”
प्रधानमंत्री का यह भाषण भारत के तेजी से बढ़ते विकास और वैश्विक मंच पर उभरती ताकत के रूप में देश की स्थिति को उजागर करता है।