नई दिल्ली, 6 सितंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि भारत रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे से निपटने में मदद करने के लिए बहुत कुछ कर सकता है। वह भारत की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान दोनों देश कनेक्टिविटी और नदी जल-बंटवारे के मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। हसीना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करेंगी।
भारत एक बड़ा देश है। यह बहुत कुछ कर सकता है, उन्होंने कहा।
हसीना ने अपने भारत दौरे की शुरूआत सोमवार को हजरत निजामुद्दीन की दरगाह से की। विदेश मंत्री एस जयशंकर और व्यवसायी गौतम अदाणी ने भी बांग्लादेशी प्रधानमंत्री से मुलाकात की।
भारत और बांग्लादेश के बीच समग्र रणनीतिक संबंध पिछले कुछ वर्षों में बढ़ रहे हैं, दोनों प्रधानमंत्रियों ने 2015 से 12 बार मुलाकात की है।
पिछले साल मार्च में, प्रधान मंत्री मोदी ने शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी और उस देश की मुक्ति के युद्ध के 50 वर्षों को चिह्न्ति करने के लिए आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए बांग्लादेश की यात्रा की। भारत ने 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर कई कार्यक्रमों की मेजबानी भी की थी, जिसके कारण बांग्लादेश की मुक्ति हुई थी।
हसीना मंगलवार को अपने भारतीय समकक्ष पीएम मोदी के साथ बातचीत करेंगी जिसमें दोनों पक्षों के बीच रक्षा, व्यापार और नदी जल बंटवारे सहित प्रमुख क्षेत्रों में समझौते की संभावना है।