नई दिल्ली, 12 अप्रैल (युआईटीवी/आईएएनएस)- फरार हीरा व्यापारी नीरव मोदी के करीबी सहयोगी सुभाष शंकर को मेहुल चोकसी से जुड़े पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के ऋण धोखाधड़ी मामले के संबंध में मिस्र से मुंबई प्रत्यर्पित कर दिया गया है। शंकर नीरव मोदी की कंपनी में डीजीएम फाइनेंस था। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था।
संघीय जांच एजेंसी पीएनबी के कर्ज धोखाधड़ी मामले में लंबे समय से उसे भारत वापस लाने के लिए काम कर रही थी।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, “उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हम उसे मुंबई की एक अदालत में पेश करेंगे और उसकी हिरासत की रिमांड की मांग करेंगे। उसके बाद उससे और पूछताछ की जाएगी।”
शंकर को आपराधिक साजिश, एक लोक सेवक और बैंकर व्यापारी और एजेंट द्वारा आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति वितरण के लिए प्रेरित करने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है।
सीबीआई चार साल पहले ही उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है, जिसके आधार पर इंटरपोल ने उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। जे.सी. जगदाले की विशेष सीबीआई अदालत ने भी उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
49 वर्षीय शंकर 2018 में नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के साथ विदेश भाग गया था। उसे नीरव मोदी का सबसे भरोसेमंद व्यक्ति माना जाता है।