राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ऐतिहासिक स्लोवाकिया यात्रा (तस्वीर क्रेडिट@Nimu_Bambhaniya)

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ऐतिहासिक स्लोवाकिया यात्रा,भारत-स्लोवाक संबंधों में नई ऊर्जा का संचार,दोनों देशों के मध्य रिश्ते गहरे होने की उम्मीद

ब्रातिस्लावा,10 अप्रैल (युआईटीवी)- भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने स्लोवाकिया की दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा के दौरान ब्रातिस्लावा में स्लोवाक गणराज्य के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी से मुलाकात की। यह यात्रा लगभग तीन दशकों में किसी भारतीय राष्ट्रपति की पहली स्लोवाकिया यात्रा है और यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारत स्लोवाक गणराज्य के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को कितनी प्राथमिकता देता है।

राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत स्लोवाकिया के प्रेसिडेंशियल पैलेस में पूरी गरिमा और परंपरा के साथ किया गया। राष्ट्रपति पेलेग्रिनी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया और स्लोवाक लोक परिधान में सजे एक जोड़े ने पारंपरिक “ब्रेड और नमक” के साथ आत्मीय स्वागत किया। यह स्वागत भारतीय राष्ट्रपति के प्रति स्लोवाक जनता की आत्मीयता और सम्मान को दर्शाता है।

बैठक के दौरान दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने भारत-स्लोवाकिया संबंधों की समीक्षा की और व्यापार, रक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने पर सहमति जताई। इस अवसर पर दो महत्त्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (एमओयू ) का आदान-प्रदान भी हुआ,जो आने वाले समय में द्विपक्षीय सहयोग के नए आयाम खोलेंगे।

राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति पेलेग्रिनी की व्यक्तिगत प्रतिबद्धता और भारत-स्लोवाक संबंधों को सशक्त बनाने में उनकी पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत और स्लोवाकिया के संबंध आपसी विश्वास,लोकतांत्रिक मूल्यों और वैश्विक सहयोग के साझा दृष्टिकोण पर आधारित हैं।

दोनों देशों के नेताओं ने साझा वैश्विक और क्षेत्रीय हितों से जुड़े मुद्दों पर भी गहन चर्चा की। उन्होंने अनतर्राष्ट्रीय मंचों पर एक-दूसरे के समर्थन और सहयोग की भावना को रेखांकित किया। यह स्पष्ट हुआ कि भारत और स्लोवाकिया जलवायु परिवर्तन,वैश्विक शांति,टिकाऊ विकास जैसे मुद्दों पर समान दृष्टिकोण रखते हैं।

भारत की ओर से प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में राज्य मंत्री श्रीमती निमूबेन बंभानिया,सांसद श्री धवल पटेल,सांसद संध्या रे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। प्रतिनिधिमंडल की यह सहभागिता भारत की विदेश नीति में विविधता और सहयोग की व्यापक रणनीति को दर्शाती है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि भारत और स्लोवाकिया के बीच व्यापारिक संबंधों में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। दोनों देश निवेश,निर्माण,टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और स्टार्टअप्स के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

राष्ट्रपति मुर्मू की यह यात्रा न केवल ऐतिहासिक महत्व रखती है,बल्कि यह आने वाले वर्षों में भारत और स्लोवाक गणराज्य के बीच द्विपक्षीय सहयोग को एक नई दिशा देने का कार्य करेगी। इस यात्रा से यह संकेत स्पष्ट है कि भारत यूरोपीय देशों के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को और अधिक सशक्त और गतिशील बनाने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहा है।