पेरिस,11 फरवरी (युआईटीवी)- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पेरिस आगमन पर खुशी व्यक्त किया और उनका स्वागत किया। उन्होंने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा, “पेरिस में आपका स्वागत है, मेरे दोस्त नरेंद्र मोदी। आपसे मिलकर अच्छा लगा। एआई एक्शन समिट के लिए हमारे सभी भागीदारों का स्वागत है। चलिए अब काम पर लगते हैं।” यह पोस्ट फ्रांस और भारत के बीच मजबूत होते रिश्तों और प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा के महत्व को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेरिस में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुँचे हैं। इस सम्मेलन में वह फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एक्शन समिट 2025 के तीसरे संस्करण की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन का आयोजन 11 फरवरी को पेरिस के ग्रैंड पैलेस में किया गया। एआई एक्शन समिट का आयोजन पहले ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में भी हो चुका है और अब इसका आयोजन फ्रांस में हो रहा है। इस सम्मेलन में वैश्विक नेता और उद्योग विशेषज्ञ कृत्रिम बुद्धिमत्ता के सार्वजनिक उपयोग और उसके प्रभावों पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पेरिस एयरपोर्ट पर पहुँचते ही उनका भव्य स्वागत किया गया। उन्हें फ्रांस सरकार की ओर से विशेष सम्मान दिया गया और एयरपोर्ट पर फ्रांस के सशस्त्र बल मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू ने उनका स्वागत किया। यह यात्रा भारत और फ्रांस के बीच दोस्ती और रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के प्रयास का हिस्सा है। इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया और दोनों नेताओं ने एआई और अन्य वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
Welcome to Paris, my friend @NarendraModi! Nice to meet you dear @VP Vance! Welcome to all our partners for the AI Action Summit.
Let’s get to work! pic.twitter.com/yatkrVYv9x
— Emmanuel Macron (@EmmanuelMacron) February 10, 2025
प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में फ्रांस सरकार ने एलिसी पैलेस में रात्रिभोज का आयोजन भी किया। एलिसी पैलेस में पहुँचने पर प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्रपति मैक्रों ने गर्मजोशी से स्वागत किया और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के साथ ऐतिहासिक सहयोग और आगामी योजनाओं पर विचार साझा किए। इस दौरान वैश्विक अर्थव्यवस्था और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर भी चर्चा की गई। एआई के महत्व को ध्यान में रखते हुए,यह सम्मेलन एआई के सामाजिक,तकनीकी और नीति निर्धारण पहलुओं पर चर्चा करेगा,ताकि इसे जनहित में इस्तेमाल किया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी की पेरिस यात्रा का महत्व फ्रांस द्वारा उनके गर्मजोशी से स्वागत से स्पष्ट झलकता है। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए होराइजन 2047 रोडमैप पर प्रगति की समीक्षा की जाएगी। यह रोडमैप भारत और फ्रांस के बीच दीर्घकालिक सहयोग को स्थापित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी पहल है। यह पहल दोनों देशों के बीच व्यापार,प्रौद्योगिकी,ऊर्जा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए की गई है।
इसके साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों फ्रांस के मार्सिले शहर में अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (आईटीईआर) परियोजना का दौरा करेंगे। यह परियोजना परमाणु संलयन अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सहयोग है,जिसका उद्देश्य ऊर्जा के नए और स्थायी स्रोतों की खोज करना है। इस परियोजना का दौरा दोनों देशों के बीच वैज्ञानिक और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी इस यात्रा के दौरान मजारगुएस युद्ध कब्रिस्तान भी जाएँगे, जहाँ वह विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यह कदम भारतीय सैनिकों के बलिदान को सम्मानित करने का प्रतीक है और भारत-फ्रांस संबंधों में ऐतिहासिक मित्रता और सम्मान को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा के बाद, वह अमेरिका जाएँगे। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर अमेरिकी यात्रा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच प्रौद्योगिकी,रक्षा और आर्थिक सहयोग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत करना है। दोनों देशों के बीच रक्षा,व्यापार और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना इस यात्रा का प्रमुख उद्देश्य होगा।
इस यात्रा से यह भी उम्मीद है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी,जैसे व्यापार संतुलन,वीजा नीति और रक्षा संबंधों को और गहरा करना। इस तरह की यात्रा दोनों देशों के बीच सामरिक और आर्थिक रिश्तों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है,जो भारत की वैश्विक भूमिका को और बढ़ावा देगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा भारत-फ्रांस और भारत-अमेरिका के रिश्तों को नई दिशा देने और वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को और मजबूत करने का एक अहम कदम है। एआई और अन्य प्रमुख मुद्दों पर होने वाली चर्चा और सहयोग से भारत और फ्रांस के बीच दीर्घकालिक साझेदारी को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया जा सकता है।