यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की,अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (तस्वीर क्रेडिट@Pawankumar_1305)

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की अमेरिका संग निरस्त खनिज सौदे पर हस्ताक्षर के लिए हुए राजी

लंदन,3 मार्च (युआईटीवी)- यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने रविवार (3 मार्च) को एक महत्वपूर्ण घोषणा की,जिसमें उन्होंने कहा कि यूक्रेन संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ खनिज संसाधनों के संयुक्त प्रयोग को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है। लंदन में आयोजित एक ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के बाद यह बयान सामने आया है,जहाँ जेलेंस्की ने पत्रकारों से ब्रीफिंग के दौरान बताया कि यदि दोनों पक्ष इस समझौते पर सहमत होते हैं,तो वे इस पर हस्ताक्षर करेंगे। यह समझौता यूक्रेन के खनिज संसाधनों के संयुक्त उपयोग को लेकर था, जिसे अमेरिका और यूक्रेन के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने का एक कदम माना जा रहा था।

यह समझौता यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को सुलझाने और युद्ध के बाद आर्थिक सहायता को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल हो सकता था,लेकिन इस समझौते को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई तीखी बहस के बाद शुक्रवार को रद्द कर दिया गया था। जेलेंस्की ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमारी जो नीति पहले थी,अभी भी वही नीति है। यदि खनिज समझौते पर सहमति होती है,तो हम इसके लिए तैयार हैं।” उनका यह बयान यूक्रेन के विशाल खनिज संसाधनों का उपयोग करने के लिए अमेरिका के साथ साझेदारी की ओर इशारा करता है,जो कि युद्धविराम के बाद आर्थिक स्थिरता को सुनिश्चित करने में मदद कर सकता था।

हालाँकि,जब जेलेंस्की व्हाइट हाउस में खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए पहुँचे, तो वहाँ ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी तीखी बहस हुई। जेलेंस्की को ट्रंप ने इस बात के लिए फटकार लगाई कि उन्होंने अमेरिका की सहायता के लिए पर्याप्त आभार नहीं व्यक्त किया। ट्रंप ने कहा, “या तो आप कोई समझौता करेंगे या हम बाहर होंगे। अगर हम बाहर हैं,तो आप लड़ेंगे और मुझे ऐसा नहीं लगता है कि यह आपके लिए अच्छा होगा।” ट्रंप का यह बयान यूक्रेन और अमेरिका के बीच खनिज संसाधनों पर समझौते के भविष्य को लेकर तनाव को दर्शाता था। इसके बाद जेलेंस्की बिना समझौते पर हस्ताक्षर किए व्हाइट हाउस से वापस लौट गए और उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रद्द कर दी गई।

इसके बाद रविवार को,लंदन में आयोजित शिखर सम्मेलन में,कई यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन को समर्थन देने का वादा किया। यह सम्मेलन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर द्वारा आयोजित किया गया था,जिसमें सुरक्षा खर्च बढ़ाने और संघर्ष विराम की सुरक्षा के लिए एक मजबूत अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन बनाने पर जोर दिया गया। शिखर सम्मेलन में यह भी चर्चा हुई कि यूरोपीय देशों को इस संघर्ष को खत्म करने के लिए और अधिक सक्रिय कदम उठाने चाहिए,ताकि यूक्रेन को युद्ध के बाद की स्थिरता हासिल हो सके। यह सम्मेलन यूरोप की एकजुटता को दिखाने के लिए महत्वपूर्ण था,क्योंकि यूरोपीय देशों ने इस बात पर सहमति जताई कि यूक्रेन को संघर्ष विराम और शांति प्रक्रिया के लिए स्थिरता प्रदान करना आवश्यक है।

इसी दौरान,फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने एक अखबार को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि फ्रांस और ब्रिटेन रूस के साथ एक महीने के आंशिक संघर्षविराम के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। यह पहल रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को कम करने के उद्देश्य से की जा रही थी,जिससे शांति की संभावनाओं को बढ़ावा मिल सके। फ्रांस और ब्रिटेन के इस प्रस्ताव को लेकर कई अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं और यह संकेत है कि यूरोप शांति स्थापना के लिए सक्रिय रूप से कदम उठाने की कोशिश कर रहा है।

जेलेंस्की ने शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद यूक्रेन की स्थिति को और मजबूत करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन की आवश्यकता की बात की। उन्होंने यूरोपीय नेताओं से इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए और अधिक सहयोग की अपील की। उनका मानना था कि एक मजबूत अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन और यूरोपीय देशों की एकजुटता से युद्ध के बाद की स्थिरता हासिल की जा सकती है। हालाँकि,यूक्रेन के राष्ट्रपति को यह भी समझना होगा कि अमेरिका और अन्य प्रमुख देशों के साथ उनके संबंधों में तनाव का प्रभाव उनकी विदेश नीति पर पड़ सकता है,खासकर जब यह सुरक्षा और आर्थिक सहायता के मामलों में आता है।

इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है कि यूक्रेन और पश्चिमी देशों के बीच युद्ध के बाद की स्थिति को संभालने के लिए और भी ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। जेलेंस्की ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि वे यूक्रेन के खनिज संसाधनों के संयुक्त उपयोग के लिए अमेरिका के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस प्रक्रिया में अमेरिकी सहयोग की आवश्यकता होगी,जो वर्तमान में राजनीतिक तनाव के कारण मुश्किल हो सकता है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के इस बयान से यह स्पष्ट है कि यूक्रेन अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सुरक्षा गारंटी की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए पहले सभी पक्षों के मध्य विश्वास और सहयोग का माहौल बनाना जरुरी होगा।