नई दिल्ली,8 जनवरी (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 और 9 जनवरी, 2025 को दो दिवसीय दौरे पर आंध्र प्रदेश और ओडिशा जाएँगे। इस दौरे के दौरान,पीएम मोदी आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने इन परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए अपनी उत्सुकता व्यक्त की और कहा कि वह विशाखापत्तनम में हरित ऊर्जा,नवीकरणीय ऊर्जा,बुनियादी ढाँचे और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए वहाँ जाने को लेकर उत्साहित हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पोस्ट में कहा, “मैं विशाखापत्तनम में ग्रीन एनर्जी से जुड़े प्रमुख कार्यों का उद्घाटन करने के लिए वहाँ आ रहा हूँ। यह बहुत खुशी की बात है कि एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ग्रीन हाइड्रोजन हब प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी जाएगी,जो राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत इस तरह का पहला हब होगा।” पीएम मोदी ने कहा कि इस परियोजना के तहत आंध्र प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन होगा,जो देश के लिए महत्वपूर्ण कदम होगा और यह हरित ऊर्जा की दिशा में एक और महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा।
इस परियोजना में करीब 1,85,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा,जिसमें 20 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता के निवेश की बात की जा रही है। इससे भारत की सबसे बड़ी एकीकृत हरित हाइड्रोजन उत्पादन सुविधाओं में से एक बनने का मार्ग प्रशस्त होगा। इस परियोजना में 1,500 टन प्रति दिन (टीपीडी) हरित हाइड्रोजन और 7,500 टन प्रति दिन हरित हाइड्रोजन उप-उत्पाद के उत्पादन की क्षमता होगी। इस परियोजना से ग्रीन मेथनॉल,ग्रीन यूरिया और सतत विमानन ईंधन जैसे उत्पादों का उत्पादन किया जाएगा,जो मुख्य रूप से निर्यात बाजार को लक्षित करेंगे। यह परियोजना भारत के 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम के पास पुदीमदका में एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ग्रीन हाइड्रोजन हब परियोजना का उद्घाटन करना उनके लिए एक गर्व का विषय है। इस परियोजना का उद्देश्य ऊर्जा के क्षेत्र में एक नया बदलाव लाना और पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को सुनिश्चित करना है। इसके अलावा,पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश में 19,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली रेलवे और सड़क परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करने की बात कही। इनमें विशाखापत्तनम में दक्षिण तट रेलवे मुख्यालय की आधारशिला रखना और कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन करना शामिल है,जो क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले के नक्कापल्ली में बल्क ड्रग पार्क की नींव रखेंगे,जो सुलभ और सस्ती स्वास्थ्य सेवा के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। यह पार्क हजारों नौकरियों के अवसर उत्पन्न करेगा और विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारे (वीसीआईसी) के पास स्थित होने के कारण क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। प्रधानमंत्री मोदी विशाखापत्तनम में चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे के तहत कृष्णापत्तनम औद्योगिक क्षेत्र (केआरआईएस सिटी) की भी आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम के तहत एक प्रमुख पहल है,जिसे एक ग्रीनफील्ड औद्योगिक स्मार्ट शहर के रूप में देखा जा रहा है। इस परियोजना से लगभग 10,500 करोड़ रुपये का विनिर्माण निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है और इससे लगभग एक लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियों के सृजन का अनुमान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा के लिए अपनी यात्रा की भी घोषणा की, जहाँ वह 9 जनवरी को भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। प्रवासी भारतीय दिवस भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है,जो विदेश में रह रहे भारतीयों से जुड़ने और उन्हें एक मंच पर लाने के लिए आयोजित किया जाता है। इस सम्मेलन का आयोजन ओडिशा सरकार के साथ साझेदारी में 8 से 10 जनवरी, 2025 तक भुवनेश्वर में होगा। इस सम्मेलन का मुख्य विषय “विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान” रखा गया है।
इस वर्ष 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में 50 से अधिक देशों से बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी सम्मेलन के दौरान प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस (विशेष पर्यटक ट्रेन) को हरी झंडी दिखाएँगे,जो दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रवाना होगी। यह ट्रेन तीन सप्ताह की अवधि के लिए भारत में विभिन्न धार्मिक और पर्यटन स्थलों की यात्रा करेगी,जिससे भारत के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने और प्रवासी भारतीयों को एक नई दृष्टि से भारत को देखने का अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा दोनों राज्यों के लिए महत्वपूर्ण है,क्योंकि इन परियोजनाओं से न केवल आंध्र प्रदेश और ओडिशा के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा,बल्कि इससे वहाँ के लोगों को रोजगार के अवसर और बेहतर बुनियादी ढाँचे की सुविधा भी प्राप्त होगी। साथ ही,इन परियोजनाओं से भारत के हरित ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी,जो पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पीएम मोदी की यह यात्रा इन राज्यों के लिए ऐतिहासिक और लाभकारी साबित होगी,जिससे क्षेत्रीय प्रगति और विकास की गति तेज होगी।