प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर में ‘भाजपा संकल्प महारैली’ को करेंगे संबोधित

जम्मू,28 सितंबर (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू कश्मीर में शनिवार को भाजपा की एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। इस विशाल रैली को ‘भाजपा संकल्प महारैली’ के नाम से जम्मू के एमए स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के अंतिम फेज के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार,28 सितंबर को जम्मू पहुँचेंगे और जम्मू के एमए स्टेडियम में विजय संकल्प महारैली को संबोधित करेंगे। उनका लक्ष्य जम्मू-कश्मीर में भाजपा की पूर्ण बहुमत की पहली सरकार बनाना तय करना है।

जम्मू डिविजन के सभी 24 विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा उम्मीदवारों के संरहण समर्थन में पीएम मोदी चुनाव प्रचार करेंगे,जहाँ 1 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के तीसरे एवं अंतिम चरण के वोट डाले जाएँगे।

तीसरे चरण में चुनाव लड़ रहे सभी भाजपा उम्मीदवार पीएम मोदी के इस रैली के दौरान मौजूद रहेंगे। जम्मू डिविजन के जम्मू,सांबा,कठुआ तथा उधमपुर जिलों से ये उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।

जम्मू डिविजन के सभी 24 विधानसभा सीटों में से 11 विधानसभा सीटें जम्मू जिले में,तीन विधानसभा सीटें सांबा में,छह विधानसभा सीटें कठुआ में और चार विधानसभा सीटें उधमपुर में हैं। प्रधानमंत्री मोदी जम्मू-कश्मीर में आज चौथी बार भाजपा के लिए प्रचार करेंगे।

इससे पहले 14 सितंबर को पीएम मोदी ने डोडा में एक रैली को संबोधित किया था,उसके बाद 19 सितंबर को उन्होंने दो रैलियों को श्रीनगर शहर तथा माता वैष्णो देवी मंदिर के शहर यानि कटरा बेस कैम्प में संबोधित किया था।

अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को देखते हुए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था किया है। रैली में शामिल होने वाले बड़ी संख्या में जुटने वाले लोगों के लिए यातायात विभाग ने ट्रैफिक एडवायजरी जारी की है।

बता दें कि भाजपा का पारंपरिक गढ़ जम्मू डिविजन रहा है। साल 2014 में हुए चुनावों में 87 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पार्टी के पास 25 सीटें थीं,जिसमें से अधिकांश सीटें जम्मू डिविजन से थीं।

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा क्षेत्रों के नए परिसीमन के बाद अब 90 विधानसभा सीटें हैं,जिसमें से घाटी में 47 सीटें और जम्मू डिविजन में 43 सीटें हैं। इनमें पहली बार अनुसूचित जनजाति (एसटी) की 9 सीटें और अनुसूचित जाति (एससी) की 7 सीटें शामिल हैं।

प्रवासी कश्मीरी पंडित समुदाय तथा पश्चिमी पाकिस्तान शरणार्थियों से संबंधित पाँच मनोनीत सदस्य भी विधानसभा में होंगे। केंद्र शासित प्रदेश में इन सभी पाँच मनोनीत सदस्यों को सरकार गठन के दौरान वोट देने का अधिकार होगा।

पश्चिमी पाकिस्तान से आए शरणार्थियों और वाल्मीकि समाज के लोगों को आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद अब जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में वोट देने का अधिकार मिल गया है। ये लोग अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से पहले सिर्फ लोकसभा चुनावों में ही वोट कर सकते थे।

यह चुनाव भाजपा अकेले लड़ रही है,जबकि कांग्रेस तथा नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) गठबंधन में लड़ रहे हैं।

8 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर चुनाव के परिणाम की घोषणा किए जाएँगे।