नई दिल्ली,21 दिसंबर (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 दिसंबर को कुवैत की दो दिवसीय यात्रा पर जाने वाले हैं,जो भारतीय प्रधानमंत्री की 43 वर्षों में इस प्रमुख पश्चिम एशियाई देश की पहली यात्रा होगी। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सभी खाड़ी देशों के साथ दीर्घकालिक,ऐतिहासिक और घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देना है।
प्रधानमंत्री मोदी की इस ऐतिहासिक यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और कुवैत के मध्य पारंपरिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं,जो इतिहास में गहरे समाहित हैं और इन संबंधों की मजबूत नींव लोगों के बीच के सशक्त रिश्तों पर आधारित है। मंत्रालय के अनुसार, भारत कुवैत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और भारतीय समुदाय कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और भारत-कुवैत के बीच बहुआयामी संबंधों को और अधिक मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की कुवैत यात्रा के दौरान,वह कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ द्विपक्षीय विचार-विमर्श करेंगे। इसके साथ ही उनका कुवैत में विशाल भारतीय समुदाय से संवाद करने का कार्यक्रम भी रहेगा। कुवैत में बायन पैलेस में पीएम मोदी को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और इसके बाद वे कुवैत के अमीर और क्राउन प्रिंस के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगे। इसके बाद कुवैत के प्रधानमंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी, जिसमें दोनों पक्ष द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे।
कुवैत इस समय खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) की अध्यक्षता कर रहा है,जिसमें संयुक्त अरब अमीरात,बहरीन,सऊदी अरब,ओमान और कतर भी शामिल हैं। यह एकमात्र जीसीसी सदस्य देश है,जहाँ पीएम मोदी ने 2014 में पदभार संभालने के बाद से अब तक दौरा नहीं किया है। 2022 में प्रस्तावित यात्रा को कोविड महामारी के कारण स्थगित कर दी गई थी,लेकिन अब पीएम मोदी की कुवैत यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में नई गति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
खाड़ी देशों के साथ भारत के संबंध काफी मजबूत रहे हैं और यह देशों के लिए व्यापार,निवेश और ऊर्जा साझेदारी के प्रमुख साझेदार भी हैं। कुवैत के साथ भारत का ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत साझेदारी है,जिसमें तेल और गैस आपूर्ति का अहम स्थान है। इसके अलावा,भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय व्यापार भी लगातार बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी कुवैत यात्रा के दौरान एक सामुदायिक कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों से भी संवाद करेंगे। यह कार्यक्रम भारतीय समुदाय के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा,क्योंकि कुवैत में भारतीयों की एक बड़ी संख्या है,जो विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं। पीएम मोदी एक श्रमिक शिविर का भी दौरा करेंगे,जहाँ वे वहाँ के श्रमिकों से मिलकर उनके हालात और समस्याओं के बारे में जानेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी कुवैत के अमीर के विशेष अतिथि के रूप में 26वें अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी हिस्सा लेंगे,जो कुवैत में आयोजित हो रहा है। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों और सहयोग पर हस्ताक्षर होने की संभावना है,जो दोनों देशों के बीच सहयोग और संबंधों को और अधिक मजबूत बनाएँगे।
इस यात्रा के जरिए प्रधानमंत्री मोदी कुवैत और अन्य खाड़ी देशों के साथ भारत के रिश्तों को और गहरा करने की दिशा में कदम उठाने वाले हैं।