नई दिल्ली,17 फरवरी (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप के बाद लोगों से शांति बनाए रखने और संभावित खतरों से सतर्क रहने की अपील की है। सोमवार सुबह तगड़े दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए,जिससे लोगों में घबराहट फैल गई। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी गई। इसका केंद्र दिल्ली में था और यह लगभग 5.37 बजे हुआ। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान पेड़ों पर बैठे पक्षी भी तेज आवाज के साथ उड़ते हुए नजर आए। भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर दिल्लीवासियों की प्रतिक्रियाएँ तेजी से सामने आईं और लोगों ने एक-दूसरे से अपनी सुरक्षा की जानकारी साझा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप के बाद लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “दिल्ली और आस-पास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। सभी से शांत रहने और सुरक्षा सावधानियों का पालन करने तथा संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया गया है। अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं।” पीएम मोदी का संदेश इस बात को लेकर था कि लोग घबराएँ नहीं और आपस में मदद करते हुए सुरक्षा उपायों का पालन करें।
Tremors were felt in Delhi and nearby areas. Urging everyone to stay calm and follow safety precautions, staying alert for possible aftershocks. Authorities are keeping a close watch on the situation.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 17, 2025
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी अपने ट्विटर पोस्ट के माध्यम से लोगों की सुरक्षा की कामना की। उन्होंने लिखा, “मैं सभी के सुरक्षित रहने की प्रार्थना करता हूँ।” इसके बाद,दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने भी भूकंप को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए लिखा, “दिल्ली में अभी एक जोर का भूकंप आया। भगवान से सभी के सुरक्षित रहने की प्रार्थना करती हूँ।” उनका संदेश था कि दिल्लीवासी इस कठिन परिस्थिति में सुरक्षित रहें और किसी प्रकार की घबराहट से बचें।
दिल्ली पुलिस ने भी भूकंप के बाद अपनी सक्रियता दिखाई और लोगों को आपातकालीन सहायता के लिए 112 डायल करने की सलाह दी। पुलिस ने अपने पोस्ट में लिखा, “हम उम्मीद करते हैं कि आप सभी सुरक्षित हैं। आपातकालीन सहायता के लिए 112 डायल करें।” यह संदेश आपातकालीन स्थिति में पुलिस द्वारा लोगों को सतर्क करने के लिए था,ताकि जरूरतमंद लोग जल्दी से सहायता प्राप्त कर सकें।
EQ of M: 4.0, On: 17/02/2025 05:36:55 IST, Lat: 28.59 N, Long: 77.16 E, Depth: 5 Km, Location: New Delhi, Delhi.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/yG6inf3UnK— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) February 17, 2025
राष्ट्रीय भूकंप केंद्र (एनसीएस) ने भूकंप की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर भूकंप का विवरण साझा किया। एनसीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र दिल्ली से सिर्फ पाँच किलोमीटर की गहराई पर था,जिससे इसे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अधिक महसूस किया गया। इसके अलावा,भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी गई थी और इसका केंद्र 28.59 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.16 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था।
भूकंप के झटके सुबह के समय महसूस हुए और चूँकि यह केंद्र दिल्ली के काफी नजदीक था, इसलिए यहाँ के लोग लंबे समय तक इसे महसूस करते रहे। दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में यह भूकंप इस कारण भी बहुत प्रभावी रहा क्योंकि इसका केंद्र सतह के बहुत करीब था,यानी यह शैलियों में अधिक नजदीक था,जिससे झटके अधिक तीव्र महसूस हुए।
भूकंप के बाद,दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कई लोग घरों से बाहर आ गए थे और कुछ समय तक स्थिति का जायजा लेने के लिए इंतजार किया। यह भूकंप अचानक आया था,जिससे कुछ लोग घबराए और सावधानी बरती। इस घटना के बाद से राष्ट्रीय और स्थानीय अधिकारियों ने स्थिति पर नजर रखी और किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तत्परता दिखाई।
हालाँकि,भूकंप के कारण किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई है,फिर भी सरकार और पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की अपील की है। अधिकारियों ने स्थिति की लगातार निगरानी की और लोगों को किसी भी प्रकार के खतरे से बचने के लिए उपाय सुझाए।
दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार सुबह महसूस किए गए इस भूकंप ने लोगों को चौकस और सतर्क कर दिया और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आपातकालीन सेवाओं के लिए जानकारी दी। यह घटना लोगों के लिए एक चेतावनी के रूप में काम करती है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सजग रहना आवश्यक है।