यरुशलम,17 जनवरी (युआईटीवी)- इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को पुष्टि की कि कतर में इजरायल और हमास टीमों के बीच गाजा में बंधकों की रिहाई और युद्ध विराम लागू करने के लिए एक समझौता हो गया है। इस महत्वपूर्ण समझौते की जानकारी इजरायली मीडिया ने साझा की। टाइम्स ऑफ इजरायल ने बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के बयान का हवाला देते हुए बताया कि नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को इस डील पर मतदान के लिए सुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाई है और इसके बाद इसे आधिकारिक मंजूरी के लिए पूर्ण कैबिनेट सत्र में रखा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इजरायली वार्ता टीम को इस समझौते को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए धन्यवाद दिया गया है। 15 महीने से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में इस समझौते को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस समझौते के तहत, जहाँ इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा,वहीं हमास इजरायली बंधकों को मुक्त करेगा। इस तरह से दोनों पक्षों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मानवाधिकार से जुड़ा समझौता है,जो युद्ध के दौरान बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के लिए है।
नेतन्याहू के कार्यालय ने यह भी पुष्टि की कि इजरायल ने 98 बंधकों के परिवारों को सूचित कर दिया है और उनकी वापसी की तैयारी की जा रही है। पीएम कार्यालय ने कहा कि, “इजरायल युद्ध के सभी लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है,जिसमें हमारे सभी बंधकों,जीवित और जिनकी मौत हो गई है,की वापसी भी शामिल है।” इससे यह स्पष्ट हो गया कि इजरायल न केवल अपने बंधकों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है,बल्कि यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि युद्ध के दौरान जो लोग मारे गए,उनके परिवारों को भी न्याय मिले।
कतर,अमेरिका और मिस्र जैसे देशों ने इस समझौते के लिए मध्यस्थता की भूमिका निभाई। बुधवार को इन देशों ने समझौते की घोषणा की थी,जिसके तहत इजरायल और हमास के बीच बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की चरणबद्ध रिहाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और इसके साथ ही गाजा में संघर्ष पर भी विराम लगेगा। हालाँकि, यह समझौता गाजा में स्थिति को पूरी तरह से स्थिर करने का कोई अंतिम समाधान नहीं है,फिर भी यह एक महत्वपूर्ण कदम है,जो दोनों पक्षों के लिए एक स्थायी शांति की ओर अग्रसर हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि समझौते की घोषणा के बाद भी इजरायल के हमलों में दर्जनों फिलिस्तीनी लोग मारे गए हैं। इससे यह जाहिर होता है कि युद्ध विराम की प्रक्रिया पूरी तरह से लागू होने में समय लग सकता है और फिलहाल स्थिति में अधिक सुधार नहीं हुआ है। गाजा में तनाव की स्थिति को देखते हुए इस समझौते के लागू होने तक दोनों पक्षों के बीच तात्कालिक संघर्ष जारी रह सकता है।
यह समझौता उस समय हुआ जब 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा किए गए हमले के बाद से इजरायल और गाजा के बीच स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण हो गई थी। इस हमले में लगभग 1,200 इजरायली नागरिक मारे गए थे और 251 लोग बंधक बनाए गए थे, जिन्हें हमास ने गाजा में ले जाकर बंदी बना लिया था। इसके बाद से इजरायल ने गाजा पट्टी पर सैन्य हमले तेज कर दिए थे,जो कि अब तक जारी थे। इस संघर्ष ने न केवल लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया,बल्कि इसे लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में भी चिंता व्यक्त की गई थी।
अब जबकि इजरायल और हमास के बीच बंधकों की रिहाई और युद्ध विराम का समझौता हुआ है,यह आशा की जा रही है कि दोनों पक्ष शांति और स्थिरता की ओर कदम बढ़ाएँगे। हालाँकि,यह समझौता एक छोटी सी राहत प्रदान करता है,लेकिन गाजा में लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष का अंत तभी संभव हो सकता है,जब दोनों पक्ष एक स्थायी समाधान के लिए आपसी बातचीत और सहयोग करें।
इस समझौते से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक यह भी है कि यह किसी भी पक्ष के लिए पूरी तरह से विजय का संकेत नहीं है,बल्कि यह मानवीय आधार पर बनी एक अंतरिम शांति है। दोनों पक्षों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय है, जहाँ उन्हें अपने नागरिकों की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए संघर्ष करना है,लेकिन इस समझौते से यह स्पष्ट है कि दोनों पक्षों के लिए बातचीत और सहमति से ही समाधान संभव है।
आखिरकार, यह समझौता न केवल इजरायल और हमास के लिए,बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उदाहरण हो सकता है कि कैसे संघर्षों के बीच भी शांति के रास्ते खोले जा सकते हैं,बशर्ते सभी पक्ष बातचीत के लिए तैयार हों और मानवीय दृष्टिकोण से समाधान ढूँढने की कोशिश करें।