नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ और पीएम मोदी (तस्वीर क्रेडिट@bulbulroymishra)

नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ ने पीएम मोदी से फोन पर की बात,द्विपक्षीय साझेदारी को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई

नई दिल्ली,19 दिसंबर (युआईटीवी)- नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ ने बुधवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत में दोनों देशों के नेताओं ने भारत और नीदरलैंड के बीच विश्वसनीय और मूल्यवान संबंधों का उल्लेख किया,जो समान मूल्यों और लोकतंत्र तथा कानून के शासन में विश्वास पर आधारित हैं। यह बातचीत दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और अधिक मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।

नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ तथा पीएम मोदी ने जल,कृषि और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग को और अधिक गहरा व मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ाने और व्यापार,रक्षा,सुरक्षा,नवाचार, हरित हाइड्रोजन और सेमीकंडक्टर जैसे विविध क्षेत्रों में इसे रणनीतिक आयाम देने पर सहमति व्यक्त की। विशेष रूप से,दोनों देशों के नेताओं ने शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया,ताकि दोनों देशों के नागरिकों के बीच घनिष्ठ संबंध और आदान-प्रदान हो सके।

इसके अलावा,पीएम मोदी और पीएम शूफ ने क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने शांति,सुरक्षा,सहयोग और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त रूप से काम करने की प्रतिबद्धता जताई। दोनों नेताओं ने यह सुनिश्चित किया कि उनके देशों के बीच संपर्क बना रहेगा और वे आपसी हितों के लिए लगातार बातचीत करेंगे। यह बातचीत दोनों देशों के रिश्तों में और भी गहराई लाने का संकेत देती है और यह भविष्य में नए सहयोग के अवसरों को जन्म देने में मदद कर सकती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फोन वार्ता के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया,जिसमें उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री डिक शूफ से बात करके खुशी हुई। नीदरलैंड एक विश्वसनीय और मूल्यवान भागीदार है। हम जल,कृषि,सुरक्षा, प्रौद्योगिकी,अर्धचालक और नवीकरणीय ऊर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने और रणनीतिक आयाम प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” इस पोस्ट से यह स्पष्ट है कि दोनों नेताओं के बीच सामरिक और आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में सहमति बनी है।

यह बातचीत दोनों देशों के बीच सहयोग को और अधिक मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत और नीदरलैंड के बीच व्यापार,रक्षा,विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अलावा जलवायु परिवर्तन,कृषि और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भी मजबूत साझेदारी हो सकती है। यह सहयोग दोनों देशों को वैश्विक मंच पर एक मजबूत साझेदार के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। विशेष रूप से,हरित हाइड्रोजन और सेमीकंडक्टर जैसे नए और उभरते क्षेत्रों में सहयोग से दोनों देशों को विकास और तकनीकी उन्नति में लाभ होगा।

इस तरह की उच्च स्तरीय बातचीत से यह साबित होता है कि दोनों देशों के बीच मित्रवत संबंधों की नींव और मजबूत हो रही है और भविष्य में यह सहयोग और भी विस्तृत हो सकता है।