प्रियंका गांधी और राहुल गांधी (तस्वीर क्रेडिट@mdgn1_)

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर शानदार बढ़त बनाई,एक लाख वोटों से आगे

तिरुवनंतपुरम,23 नवंबर (युआईटीवी)- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर पहली बार चुनाव लड़ा और बड़ी बढ़त बनाई हैं। चुनाव आयोग के आँकड़ों के अनुसार,प्रियंका गांधी एक लाख से अधिक वोटों से आगे चल रही हैं। मतगणना के शुरू होने से ही वह लगातार बढ़त बनाए हुए हैं। दूसरे स्थान पर भाकपा के वरिष्ठ नेता सत्यन मोखेरी हैं,जिन्हें लगभग 50 हजार वोट मिले हैं। भाजपा उम्मीदवार नव्या हरिदास तीसरे स्थान पर हैं,जिन्हें करीब 28 हजार वोट मिले हैं।

पलक्कड़ विधानसभा उपचुनाव में शुरुआत में भाजपा उम्मीदवार सी. कृष्णकुमार ने बढ़त बनाई थी,लेकिन कांग्रेस के राहुल ममकूटथिल अब आगे निकल चुके हैं। तीसरे स्थान पर माकपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. पी. सरीन हैं,जिन्होंने कांग्रेस को छोड़कर चुनाव लड़ा था।

चेलाक्कारा विधानसभा सीट पर सीपीआई (एम) उम्मीदवार यू.आर. प्रदीप ने शुरुआती दौर में 4,498 वोटों की बढ़त बनाई। हालाँकि,कांग्रेस की राम्या हरिदास भी मजबूत मुकाबला दे रही हैं। कांग्रेस चुनाव प्रबंधकों का मानना है कि राम्या अंततः लगभग 1,600 वोटों के अंतर से जीत दर्ज करेंगी। यह सीट 1996 से सीपीआई (एम) के कब्जे में है, इसलिए यहां मुकाबला बेहद कड़ा है।

वायनाड लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका गांधी की जीत लगभग तय मानी जा रही है। सवाल सिर्फ यह है कि क्या वह अपने भाई राहुल गांधी द्वारा जीते गए वोटों के अंतर को पार कर सकेंगी। राहुल गांधी ने पहले इस सीट पर 4 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। वायनाड में प्रियंका गांधी का मुकाबला मुख्य रूप से भाकपा के सत्यन मोखेरी से था,लेकिन उनकी बढ़त इतनी बड़ी है कि जीत सुनिश्चित लगती है।

तीनों उपचुनाव सीटों के खाली होने के कारण हुए। राहुल गांधी ने रायबरेली सीट को बरकरार रखने के लिए वायनाड सीट छोड़ी। पलक्कड़ से कांग्रेस के शफी परमबिल ने और चेलाक्कारा से एससी/एसटी राज्य मंत्री के. राधाकृष्णन ने अपनी सीटें छोड़ीं। वायनाड और चेलाक्कारा में 13 नवंबर को मतदान हुआ,जबकि पलक्कड़ में मतदान बुधवार को हुआ था।

पलक्कड़ में त्रिकोणीय मुकाबला रहा,जबकि वायनाड में प्रियंका गांधी की जीत पहले से ही तय मानी जा रही थी। चेलाक्कारा में स्थिति रोमांचक बनी हुई है,क्योंकि कांग्रेस और सीपीआई (एम) के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला है। इन उपचुनावों से कांग्रेस को केरल में अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर मिला है,खासकर प्रियंका गांधी की वायनाड से बड़ी जीत कांग्रेस के लिए एक नई शुरुआत साबित हो सकती है।

प्रियंका गांधी वाड्रा की बढ़त और संभावित जीत से कांग्रेस का उत्साह बढ़ा है। यह चुनाव न केवल कांग्रेस के लिए बल्कि विपक्षी दलों के लिए भी महत्वपूर्ण है,क्योंकि यह 2024 के आम चुनावों से पहले राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे सकता है।