नई दिल्ली,24 अक्टूबर (युआईटीवी)- वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की राजनीति अब “मोहब्बत की दुकान” नहीं, बल्कि “दलाली की दुकान” बन चुकी है। वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा के हलफनामे का हवाला देते हुए, भाटिया ने गांधी परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।
भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए, गौरव भाटिया ने प्रियंका गांधी वाड्रा के हलफनामे को गांधी परिवार के भ्रष्टाचार का “कबूलनामा” करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में योग्यता की कोई कद्र नहीं है और गांधी परिवार ने दलितों और पिछड़ों का हमेशा अपमान किया है। भाटिया ने आगे कहा कि गांधी परिवार के असली चेहरे को जनता के सामने लाने का समय आ गया है और हिंदुस्तान अब दलितों के अपमान को नहीं सहेगा।
गौरव भाटिया ने दावा किया कि प्रियंका गांधी वाड्रा के हलफनामे में उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की घोषित नेटवर्थ कम दिखाई गई है,जबकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उनसे 75 करोड़ रुपये की वसूली का दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह साफ तौर पर दिखाता है कि गांधी परिवार ने भ्रष्ट तरीके से वसूली की है। भाटिया ने कहा, “यह हलफनामा खुद गांधी परिवार के भ्रष्टाचार की पोल को खोलता है। कानूनी बाध्यता के कारण प्रियंका गांधी वाड्रा को यह सब कुछ खुलासा करना पड़ा।”
भाटिया ने यह भी आरोप लगाया कि गांधी परिवार का जीवनशैली और उनकी संपत्तियाँ उनकी असली मंशा को दर्शाती हैं। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के पास एसयूवी गाड़ियाँ,बड़े-बड़े फॉर्म हाउस,बंगले और यहाँ तक कि शिमला में एक घर भी है,जहाँ आम नागरिकों को घर खरीदने की अनुमति नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने कानून को भी झुकाकर अपनी मर्जी से बंगले की कीमत कम बताई है।
गौरव भाटिया ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ कथित तौर पर अपमानजनक व्यवहार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने हमेशा दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों का अपमान किया है और खड़गे इसके ताजा उदाहरण हैं। उन्होंने एक फोटो का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के अंदर गांधी परिवार के सदस्य हमेशा आगे की सीटों पर बैठे होते हैं,जबकि खड़गे जैसे वरिष्ठ नेता को पीछे बैठाया जाता है।
भाटिया ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा,”कल प्रियंका गांधी वाड्रा का नामांकन हो रहा था और मल्लिकार्जुन खड़गे बाहर से झाँक रहे थे,जबकि कमरे को बंद कर दिया गया था। यह दर्शाता है कि गांधी परिवार कैसे दलित और पिछड़े वर्ग के नेताओं का अपमान करता है। नामांकन के दौरान केवल पाँच लोग कमरे के अंदर रह सकते थे और गांधी परिवार ने अपने सदस्यों को अंदर रखा,जबकि खड़गे को बाहर छोड़ दिया।”
भाटिया ने इससे पहले भी कांग्रेस द्वारा दलित नेताओं के साथ अपमानजनक व्यवहार का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कांग्रेस ने सीताराम केसरी जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ अपमानजनक व्यवहार किया था।
गौरव भाटिया ने राहुल गांधी पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने वायनाड में आई आपदा के समय एक पैसा भी डोनेट नहीं किया,जबकि उनका पूरा परिवार इतना अमीर है। भाटिया ने आरोप लगाया कि गांधी परिवार की ओर से वायनाड की जनता की मदद के लिए कोई योगदान नहीं किया गया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने सांसद रहते हुए भी वायनाड की आपदा के समय कोई मदद नहीं दी,जो यह दर्शाता है कि गांधी परिवार को जनता की परवाह नहीं है।”
भाटिया ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राहुल गांधी खुद कह चुके हैं कि कांग्रेस एक “मुस्लिम पार्टी” है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग को एक “सेक्युलर” पार्टी करार दिया था। भाटिया ने कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी देश की सेक्युलर छवि को नुकसान पहुँचा रही है।
भाटिया ने पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी को राजनीतिक समर्थन मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और महबूबा मुफ्ती जैसी पार्टियाँ सिर्फ सत्ता की भूखी हैं और देश के हितों को नजरअंदाज कर रही हैं।
गौरव भाटिया के इन बयानों से भाजपा ने एक बार फिर कांग्रेस और गांधी परिवार पर भ्रष्टाचार, दलित और पिछड़ों के अपमान तथा मुस्लिम तुष्टिकरण के गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा का यह हमला आगामी चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस के खिलाफ राजनीतिक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।