नई दिल्ली, 13 दिसंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- रावलपिंडी पिच को 2022 में दूसरी बार औसत से नीचे की रेटिंग मिली है। यह रेटिंग इस माह पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच हुए पहले टेस्ट में मिली है, जहां इंग्लैंड ने मैच के पहले ही दिन 506 रन बना दिए थे और 74 रन से जीत दर्ज की थी।
इस मैच का नतीजा जरूर निकला लेकिन पहली दो पारियों में गेंदबाजों के लिए कुछ नहीं था, जहां पर सात शतक लगे और 657 और 579 के स्कोर बने। इंग्लैंड ने अपनी दोनों पारियों में गेंदों के बराबर रन बनाए।
टेस्ट के दूसरे दिन पीसीबी चेयरमैन रमीज राजा ने पिच को शर्मनाक बताया और कहा कि ऐसी पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए बिल्कुल अच्छी नहीं है।
आईसीसी मैच रेफरी एंडी पायक्रॉ़फ्ट भी उनकी बात से सहमत दिखे और मंगलवार को औसत से नीचे रेटिंग देते हुए डिमेरिट अंक दिया।
पायक्रॉ़फ्ट ने कहा, “यह सपाट पिच थी जहां किसी भी तरह के गेंदबाज को कोई मदद नहीं मिली। यही वजह थी कि बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाए और दोनों टीम बड़े स्कोर बनाने में कामयाब रही। मैच के दौरान पिच मुश्किल से खराब हुई, क्योंकि इसमें गेंदबाजों के लिए मदद बहुत कम थी, इसलिए मैंने पाया कि पिच आईसीसी के दिशानिर्देशों के अनुसार ‘औसत से नीचे’ थी।”
मार्च में ऑस्ट्रेलिया के पाकिस्तान दौरे पर भी रावलपिंडी में पूरे मैच में 1187 रन बने और पांच दिन में केवल 14 विकेट गिरे थे। उस पिच को भी औसत से नीचे की रेटिंग मिली थी, जिसमें रेफरी रंजन मदुगले ने कहा था कि बल्ले और गेंद के बीच कोई भी प्रतिस्पर्धा देखने को नहीं मिली।
रावलपिंडी को डिमेरिट अंक लगातार दो टेस्ट में मिले हैं। डिमेरिट अंक पांच साल के कार्यकाल तक एक्टिव रहते हैं और अगर पांच साल के कार्यकाल में पांच डिमेरिट अंक मिलते हैं तो वेन्यू को अंतर्राष्ट्रीय मैच के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है। औसत से नीचे रेटिंग में वेन्यू को एक डिमेरिट अंक मिलता है, जबकि खराब या अनफिट रेटिंग में तीन और पांच डिमेरिट अंक दिए जाते हैं।