बीजिंग,17 अक्टूबर (युआईटीवी)- पेइचिंग में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मुलाकात की। वांग यी ने मुलाकात के दौरान कहा कि इस वर्ष “बेल्ट एंड रोड” पहल जो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा प्रस्तावित है,का 10वीं वर्षगांठ है। तीसरा बेल्ट एंड रोड (बीआरआई) अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंच का आयोजन भी शीघ्र ही होने वाला है। इस मौके से लाभ उठाया जा सकता है। जिससे व्यापक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय आम सहमतियाँ प्राप्त होने की संभावनाएँ हैं। उच्च गुणवत्ता वाले विकास के नए दौर में “बेल्ट एंड रोड” का सह-निर्माण प्रवेश करेगा।
“बेल्ट एंड रोड” पहल पर वांग यी ने कहा कि चीन इस परियोजना के लिए उच्च मूल्यांकन और समर्थन देने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सराहना करता है और इसमें हिस्सा लेने के लिए रूस का स्वागत करता है। जिससे सामान्य समृद्धि और विकास को बढ़ावा देने के लिए सहयोग किया जा सके।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि विकास की सकारात्मक गति को बनाए रखने के लिए रूस-चीन द्विपक्षीय संबंध अत्यंत आवश्यक है। चीन के साथ घनिष्ठ रणनीतिक संचार बनाए रखने के लिए रूस तैयार है। साथ ही चीन के साथ विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को और अधिक गहराई प्रदान करने के लिए भी रूस पूरी तरह से तत्पर है। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भी “बेल्ट एंड रोड” पहल एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है। जिसमें सभी पक्षों की सक्रिय भागीदारी शामिल है।
“बेल्ट एंड रोड” का संयुक्त निर्माण से आपसी लाभ वाले सहयोग को भी बढ़ावा मिलेगा। विशेषकर यूरेशिया में इसका असर ज्यादा देखने को मिलेगा। चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने के लिए राष्ट्रपति पुतिन काफी उत्सुक हैं। साथ ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन शिखर मंच में हिस्सा लेने के लिए भी इच्छुक है। इसके अलावा दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र, शांगहाई सहयोग संगठन और ब्रिक्स जैसे बहुपक्षीय ढाँचे के अंतर्गत रणनीतिक समन्वय किया ताकि आपसी सहयोग को मजबूत किया जा सके।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी के मुताबिक अगले साल ब्रिक्स की रूस की घूर्णन अध्यक्षता का समर्थन करता है।
फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष पर भी चीनी और रूसी विदेश मंत्रियों ने अपने विचारों को साझा किया।
वांग यी ने फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वैसे सभी कार्रवाइयों जिससे नागरिकों को नुकसान पहुँचती है,चीन उसकी निंदा करता है। चीन वैसे सभी कृत्यों का विरोध करता है,जो अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष पर कार्रवाई करने की जरूरत है और प्रमुख देशों को भी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।