नई दिल्ली, 7 दिसम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)| अगले साल वर्ष 2021 में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं ली जाएंगी। हालांकि देशभर के कई अभिभावक चाहते हैं कि बोर्ड परीक्षाओं की तारीख लगभग 3 महीना आगे बढ़ा दी जाएं। अभिभावकों ने बोर्ड परीक्षाओं की तारीख आगे बढ़ाने के संबंध में शिक्षा मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है। अखिल भारतीय अभिभावक संघ ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को सुझाव दिया है कि सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 2021 मई में ली जाएं। बोर्ड की ये परीक्षाएं सामान्य वर्षो में फरवरी माह से ही शुरू हो जाती हैं। वहीं सीबीएसई यह निर्णय पहले ही ले चुका है कि बोर्ड परीक्षा सामान्य वर्षो की भांति कागज पेन के जरिए ऑफलाइन करवाई जाएंगी। अभिभावकों का मानना है कि फिलहाल कोरोना की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जल्द ही कोरोना वैक्सीन आने की उम्मीद है और अगले पांच छह महीनों में स्थिति में सुधार आ सकता है। अभिभावकों के मुताबिक कोरोना की स्थिति में सुधार आने पर ही बोर्ड परीक्षाएं करवाई जानी चाहिए। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बोर्ड परीक्षाओं के विषय में अभिभावकों, छात्रों और शिक्षकों से सुझाव मांगे हैं। अखिल भारतीय अभिभावक संघ के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा, “कोरोना वायरस के चलते देश भर के स्कूल मार्च 2020 से ही बंद हैं। बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई तो चल रही है, लेकिन छात्र बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सामान्य वर्षो जैसी तैयारी नहीं कर सके हैं। संसाधनों की कमी के कारण काफी छात्र ऑनलाइन पढ़ाई भी नहीं कर पाए। ऐसी स्थिति में छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए और अधिक समय दिया जाना जरूरी है।” केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भेजे गए सुझावों में अभिभावकों ने मांग की है कि 10वीं, 12वीं के छात्रों के अलावा बाकी सभी छात्रों को बिना किसी इन हाउस एग्जाम के अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाए। अभिभावक संघ के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा, “बोर्ड परीक्षाएं कराने से सिलेबस और बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में किए गए बदलावों की जानकारी सभी छात्रों को देना जरूरी है।” इस साल परीक्षाओं के आयोजन को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच तमाम तरह की चर्चा हो रही है। अबतक कोविड के चलते देशभर के स्कूल कॉलेज पूरी तरह से नहीं खोले जा सके हैं। बोर्ड परीक्षाओं के रजिस्ट्रेशन से लेकर कक्षा संचालन तक सारे ऑनलाइन तरीके से संचालित हो रहे हैं।