रांची, 27 जुलाई (युआईटीवी/आईएएनएस)- झारखंड सरकार ने अभी तक देवघर में श्रावणी मेला आयोजित करने पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है। हालांकि, सूत्रों ने संकेत दिया है कि इस साल भी देवघर के प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर में कोविड -19 महामारी के कारण वार्षिक उत्सव का आयोजन नहीं किया जाएगा। माना जा रहा है कि इस बार श्रावण मास में आम भक्तों के लिए मंदिर नहीं खोला जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग को बंद करने की तैयारी की जा रही है, जिन्हें कांवड़िया मार्ग से श्रावण मास में आने से भी रोका जाएगा।
देवघर प्रशासन के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि झारखंड के प्रवेश द्वार डुम्मा को भी सील कर दिया जाएगा और वहां मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। पुलिस बिहार से आने वाले कांवड़ियों को वापस भेज देगी।”
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशासन की ओर से दुम्मा, मातृ मंदिर स्कूल चौक, नेहरू पार्क, जलसर मोड़, रंगा मोड़, दर्शनी मोड़ और लक्ष्मीपुर चौक समेत कई जगहों पर अस्थाई कार्यालय-सह-पुलिस छावनी बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार इन अस्थायी पुलिस छावनियों के लिए पंडाल बनाने के आदेश दिए गए हैं।
श्रावण मास में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की गई है। यह निर्णय लिया गया है कि श्रावण मास की शुरूआत से पहले एक हजार से अधिक पुलिस कर्मी बाबाधाम पहुंचेंगे।
इन पुलिसकर्मियों को समायोजित करने के लिए जिला प्रशासन ने पुलिस विभाग को कई स्कूल भवन उपलब्ध कराए हैं।
देवघर में बाबा बैद्यनाथ मंदिर देश के 12 ज्योतिलिंर्गों में से एक है। हर साल, 35 लाख से अधिक भक्त श्रावण महीने में शिव लिंग पर जल चढ़ाते हैं। हालांकि, महामारी के कारण, पिछले साल वार्षिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया था। और इस साल भी आशंका के बीच देवघर में श्रावणी मेला की संभावना नहीं है।