तिरुवनंतपुरम, 25 फरवरी (युआईटीवी/आईएएनएस)| इसमें कोई संदेह नहीं है, ई. श्रीधरन को ‘मेट्रोमैन’ के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने न केवल केरल में, बल्कि अपने काम के लिए देश भर में लोकप्रियता पाई और उन्होंने राजनीतिक लाइनों से परे सम्मान हासिल किया। हालांकि, केरल भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन द्वारा पिछले हफ्ते इस खबर का खुलासा करने के बाद कि 88 वर्षीय श्रीधरन न केवल भाजपा में शामिल होंगे, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे, श्रीधर आलोचनाओं से घिर गए हैं।
एलात्तुवलापिल श्रीधरन को कोंकण रेलवे और दिल्ली मेट्रो के निर्माण में उनके नेतृत्व के साथ भारत में सार्वजनिक परिवहन का चेहरा बदलने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य किया। बाद में उन्होंने प्रमुख शहरों में कई अन्य मेट्रो परियोजनाओं में अहम योगदान दिया।
सुरेन्द्रन द्वारा श्रीधरन के भाजपा में शामिल होने संबंधी खुलासे के बाद, कई हैरान रह गए।
गुरुवार सुबह, मलप्पुरम में श्रीधरन के गृह नगर पोन्नानी पुलिस स्टेशन से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि श्रीधरन के खिलाफ एक अंग्रेजी समाचार चैनल में आए उनके बयान पर काफी शिकायतें आने लगी हैं।
पुलिस अधिकारी ने कहा, “अब तक हमें श्रीधरन के खिलाफ मौखिक शिकायतें मिली हैं। पुलिस इस पर गौर करेगी और नियमों के अनुसार काम करेगी। इसलिए इन मौखिक शिकायतों का क्या होगा, इस पर इंतजार करना होगा।”
ये मौखिक शिकायतें लव जिहाद के बारे में उनके बयान के बाद आई हैं- (किस तरह से कई हिंदू और ईसाई महिलाएं लव जिहाद का शिकार हुईं) और उन्हें गोमांस खाने वाले लोग पसंद नहीं हैं जैसे बयान के बाद आई हैं।
श्रीधरन के राजनीतिक फैसले के बाद सोशल मीडिया पर श्रीधरन विरोधी पोस्ट की बाढ़ आ गई है।
सीपीआई-एम के नेतृत्व वाले लेफ्ट और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ दोनों ने उनके फैसले पर आश्चर्य व्यक्त किया है।
अब सभी की निगाहें श्रीधरन पर हैं, जब उन्हें आधिकारिक रूप से भाजपा की सदस्यता दी जाएगी, जब सुरेंद्रन की अगुवाई में राज्यव्यापी यात्रा मलप्पुरम जिले में पहुंचेगी।