मुंबई, 28 अक्टूबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- प्रॉफिट बुकिंग के साथ नकारात्मक वैश्विक संकेतों ने भारत के प्रमुख इक्विटी सूचकांकों – एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 को गुरुवार को दोपहर के बाद के कारोबारी सत्र के दौरान गिरावट का सामना करना पड़ा।
शुरूआती कारोबार में प्रमुख सूचकांक सपाट नोट पर खुले और शुरूआत से ही गिरने लगे।
वैश्विक स्तर पर, एशियाई शेयरों में गुरुवार को इस चिंता के बीच गिरावट आई कि महामारी से उबरने की गति धीमी हो जाएगी, क्योंकि उच्च मुद्रास्फीति ने मौद्रिक नीति को सख्त कर दिया है।
घरेलू मोर्चे पर, एनएसई पर वॉल्यूम हाल के औसत से कम था जबकि अग्रिम गिरावट अनुपात तेजी से नकारात्मक था।
सेक्टरों में, केवल कैपिटल गुड्स इंडेक्स ने हरे रंग में कारोबार किया, जबकि रियल्टी, पावर, ऑयल एंड गैस, मेटल्स, बैंक, टेलीकॉम और एफएमसीजी में सबसे ज्यादा गिरावट आई।
दोपहर 12.40 बजे 30 शेयरों वाला संवेदनशील सूचकांक 633.17 अंक यानी 1.04 फीसदी की गिरावट के साथ 60,510.16 अंक पर कारोबार कर रहा था।
सेंसेक्स 61,143.33 अंक के पिछले बंद से 61,081 अंक पर खुला।
इसके अलावा, एनएसई निफ्टी 50 196.20 अंक या 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,014.75 अंक पर कारोबार कर रहा था।
यह अपने पिछले बंद 18,210.95 अंक से 18,187.65 अंक पर खुला।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च के प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, मॉर्गन स्टेनली ने भारतीय बाजारों को नीचे गिरने पर मजबूर कर दिया । इन सभी से एफपीआई प्रभावित हो सकता है और सूचकांकों पर दबाव बना रह सकता है।
कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च में वरिष्ठ शोध विश्लेषक लिखिता चेपा के अनुसार, भारतीय इक्विटी बेंचमार्क ने वैश्विक साथियों में कमजोरी को ट्रैक करते हुए गुरुवार को नकारात्मक शुरूआत की। बाजारों ने तेजी से अपना नुकसान बढ़ाया और अब कम कारोबार कर रहे हैं। प्रत्येक बाजार में शुरूआती कारोबार में आधे प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।