नई दिल्ली,11 मार्च (युआईटीवी)- अग्निशामकों को अन्य स्वास्थ्य विकारों के साथ-साथ मस्तिष्क कैंसर होने का अधिक जोखिम होता है,क्योंकि वे खतरनाक पदार्थों के संपर्क में आते हैं। लंदन में 2017 में ग्रेनफेल टॉवर में लगी आग पर काम करने वाले अग्निशामकों पर केंद्रित एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि इनमें से एक चौथाई से अधिक व्यक्तियों में दीर्घकालिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ विकसित हुई हैं। विशेष रूप से,सर्वेक्षण किए गए 524 अग्निशामकों में से 136 ने गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की सूचना दी,जिनमें कैंसर के 11 मामले,64 श्वसन संबंधी रोग,22 तंत्रिका संबंधी विकार और 66 पाचन संबंधी बीमारियाँ शामिल हैं। इनमें से कई अग्निशामकों ने स्थिति की गंभीरता के कारण घटना के दौरान लगातार श्वसन सुरक्षा नहीं पहनी थी।
अग्निशमन कर्मियों में मस्तिष्क कैंसर का बढ़ता जोखिम अग्निशमन कार्यों के दौरान विभिन्न कैंसरकारी पदार्थों के संपर्क में आने से जुड़ा है। ये खतरनाक पदार्थ सांस के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं या त्वचा के माध्यम से अवशोषित हो सकते हैं, जिससे समय के साथ संभावित स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। ग्रेनफेल टॉवर अध्ययन के निष्कर्ष पिछले शोध के अनुरूप हैं,जो दर्शाते हैं कि अग्निशमन कर्मियों को मस्तिष्क कैंसर सहित कुछ प्रकार के कैंसर का अधिक जोखिम होता है।
इन निष्कर्षों के मद्देनजर,इन जोखिमों को कम करने के लिए अग्निशामकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य निगरानी और सुरक्षात्मक उपायों की माँग की जा रही है। 9/11 के जवाब देने वालों के लिए स्थापित किए गए कार्यक्रमों के समान त्वरित स्वास्थ्य जाँच कार्यक्रमों को लागू करने से शुरुआती पहचान और उपचार में मदद मिल सकती है, जिससे अग्निशामकों के बीच असामयिक मौतों में कमी आ सकती है।