श्रीनगर,29 जून (युआईटीवी)- लद्दाख के न्योमा-चुशुल क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास टैंक युद्ध अभ्यास के दौरान शनिवार तड़के अचानक बाढ़ आ जाने से एक जूनियर कमिनर ऑफिसर (जेसीओ) अधिकारी सहित सेना के पाँच जवानों की मौत हो गई है।
लद्दाख क्षेत्र के लेह शहर से आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में शुक्रवार को टैंक युद्ध का अभ्यास चल रहा था। टैंक अभ्यास के दौरान जिस नदी को पार कर रहे थे,उसके आसपास मौजूद ऊँचे क्षेत्रों में बादल के अचानक फटने से बाढ़ आ गई।
सूत्रों ने बताया कि अचानक से बाढ़ के आने से पानी के भीतर एक टैंक फँस गया,जिसमें पाँच सैनिकों की मौत हो गई।
कई जवानों के इस हादसे में घायल होने की भी खबर है।
Deeply saddened at the loss of lives of five of our brave Indian Army soldiers in an unfortunate accident while getting the tank across a river in Ladakh.
We will never forget exemplary service of our gallant soldiers to the nation. My heartfelt condolences to the bereaved…
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 29, 2024
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना के बारे में कहा कि,लद्दाख में टैंक के एक नदी को पार करते समय एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना घटित हुई,जिसमें भारतीय सेना के पाँच बहादुर जवानों की जान जाने पर गहरा दुःख हुआ। शोक संतप्त परिवारों के प्रति उन्होंने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि दुःख के इस घड़ी में राष्ट्र उनके साथ मजबूती से खड़ा है।
लेह स्थित सेना पीआरओ ने एक बयान के जरिए कहा कि टैंक,एक सैन्य प्रशिक्षण गतिविधि से हटते समय,जल स्तर में अचानक वृद्धि के कारण श्योक नदी में फँस गया।
घटनास्थल पर बचाव दल पहुँचे,लेकिन बचाव अभियान उच्च धारा और जल स्तर के कारण सफल नहीं हुआ और टैंक चालक दल की जान चली गई। बचाव अभियान अभी भी जारी है। भारतीय सेना को पाँच बहादुर कर्मियों को खोने का अफसोस है।
रात करीब 1 बजे लेह से 148 किलोमीटर दूर यह घटना हुई,जब टी-72 टैंक पर जवान सवार थे।