चंडीगढ़, 20 अप्रैल (युआईटीवी/आईएएनएस)- शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सोमवार को कहा कि वह 2015 के कोटकपुरा पुलिस गोलीबारी मामले में गवाह अजीत सिंह से कभी नहीं मिले थे। इसके साथ ही, वह इस बात के लिए महानिरीक्षक (आईजी) कुंवर विजय प्रताप सिंह के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे, क्योंकि उनके खिलाफ गवाह को लालच देने की कोशिश करने के निराधार आरोप लगाए गए हैं।
शिअद अध्यक्ष ने यहां जारी एक बयान में कहा कि यह स्पष्ट है कि गोलीबारी की घटना की जांच के लिए राज्य के विशेष जांच दल (एसआईटी) का नेतृत्व कर रहे आईजी कुंवर विजय प्रताप को शिअद और बादल परिवार को निशाना बनाने का जुनून था।
बता दें कि करीब दो महीने पहले कोटकपुरा गोलीकांड केस के प्रमुख जांचकर्ता आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने राज्य के डीजीपी समेत ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के डायरेक्टर को पत्र लिखकर दावा किया था कि गोलीकांड की घटनाओं के शक के दायरे में आने वाले शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल कोटकपूरा गोलीकांड केस के मुख्य गवाह अजीत सिंह को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे।
पत्र में आरोप लगाया गया था कि सुखबीर बादल के कहने पर अजीत सिंह को फरवरी 2021 में अमृतसर स्थित एसजीपीसी के दफ्तर में बुलाया गया था और उन्हें एसजीपीसी में नौकरी देने का वादा किया गया था।
बादल का कहना है कि आईजी ने कांग्रेस सरकार के कहने पर मामले में शिअद और उसके वरिष्ठ नेतृत्व को फंसाने की कोशिश की, लेकिन वह इस कार्य में असफल रहे। यह आईजी द्वारा अपने राजनीतिक मालिकों को खुश करने के लिए उनके आधिकारिक पद के दुरुपयोग का एक स्पष्ट मामला है।