सुनीता विलियम्स (तस्वीर क्रेडिट@girish_bhau)

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर मंगलवार को अंतरिक्ष से आएँगे वापस

न्यूयॉर्क,17 मार्च (युआईटीवी)- अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के मंगलवार को अंतरिक्ष से वापस आने की नासा ने हाल ही में पुष्टि की है। दोनों अंतरिक्ष यात्री पिछले नौ महीने से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फँसे हुए थे,जो अब पृथ्वी पर वापस लौटने वाले हैं। नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव भी उनके साथ स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन यान के जरिए पृथ्वी पर लौटेंगे। इन अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी मंगलवार,19 मार्च 2025 को फ्लोरिडा तट पर समुद्र में होगी। नासा ने रविवार को घोषणा की कि इन अंतरिक्ष यात्रियों का लैंडिंग समय शाम 5:57 बजे (भारतीय समयानुसार 19 मार्च की सुबह 3:30 बजे) होगा।

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून 2023 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर थे। वे दोनों बोइंग स्टारलाइनर यान के पहले मानवयुक्त परीक्षण उड़ान में शामिल हुए थे, हालाँकि तकनीकी खराबी के कारण यान सुरक्षित वापसी के लिए अनुपयुक्त हो गया था। इस कारण से उनका मिशन लंबा हो गया और अब वे अपने निर्धारित समय से अधिक समय तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहे हैं। नासा ने कहा कि उनकी वापसी का समय इस प्रकार तय किया गया है,ताकि आईएसएस के दल को अपना काम पूरा करने का समय मिल सके और सप्ताह के अंत में खराब मौसम की आशंका को देखते हुए लचीलापन बना रहे।

नासा ने बताया कि यह वापसी कार्यक्रम खास तौर पर इस उद्देश्य से तय किया गया है,ताकि अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और उनका पृथ्वी पर सुरक्षित लौटना सुनिश्चित किया जा सके। स्पेसएक्स क्रू-9 के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी पर लौटने का सीधा प्रसारण 17 मार्च की रात 10:45 बजे (अमेरिका के समय के अनुसार) से शुरू होगा। भारत में यह प्रसारण लगभग 18 मार्च की सुबह 8:30 बजे शुरू होगा। नासा ने इस प्रसारण के जरिए दुनियाभर के लोगों को इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने का मौका दिया।

इन अंतरिक्ष यात्रियों के लिए यह एक राहत का क्षण होगा,क्योंकि वे उम्मीद से ज्यादा समय तक अंतरिक्ष में रहे हैं। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर का मिशन सामान्यतः छह महीने का होना चाहिए था,लेकिन वे नौ महीने तक आईएसएस पर रहे,जो कि सामान्य से अधिक था। हालाँकि,यह अमेरिका के अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रुबियो द्वारा 2023 में बनाए गए 371 दिन के रिकॉर्ड और रूस के अंतरिक्ष यात्री वलेरी पॉलाकोव द्वारा मीर स्टेशन पर बनाए गए 437 दिन के रिकॉर्ड से कम था,लेकिन इतने लंबे समय तक परिवार से दूर रहना और ऐसे एक चुनौतीपूर्ण मिशन का हिस्सा बनना न केवल इन अंतरिक्ष यात्रियों के लिए,बल्कि उनके परिवारों के लिए भी मानसिक और शारीरिक रूप से काफी चुनौतीपूर्ण था।

यह मिशन न केवल तकनीकी और वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था,बल्कि यह मानव मनोविज्ञान और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण अध्ययन का अवसर बन गया। लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहकर,इन अंतरिक्ष यात्रियों को विशेष रूप से मानसिक दबाव,शारीरिक बदलाव और दीर्घकालिक प्रभावों का सामना करना पड़ा। नासा ने इस मिशन के दौरान,इन यात्रियों को अतिरिक्त कपड़े और व्यक्तिगत देखभाल के सामान भेजने की व्यवस्था की,क्योंकि वे इतनी लंबी यात्रा के लिए पर्याप्त सामान लेकर नहीं गए थे। इससे यह भी साबित होता है कि अंतरिक्ष यात्रा के दौरान यात्रा की लंबाई और अंतरिक्ष यात्रियों की आवश्यकताएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

इनका यह लंबा प्रवास अंतरिक्ष स्टेशन के संचालन और अनुसंधान के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण था। अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोग कर रहे थे,जो कि पृथ्वी पर जीवन के लिए विभिन्न संभावनाओं और समाधानों का खुलासा कर सकते हैं। इन प्रयोगों में जीवन विज्ञान,पृथ्वी विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण शोध शामिल थे,जो भविष्य में मानवता के लिए उपयोगी हो सकते हैं।

सुनीता विलियम्स का यह मिशन विशेष रूप से उल्लेखनीय है,क्योंकि वे पहले महिला अंतरिक्ष यात्री हैं,जिन्होंने आईएसएस पर इतने लंबे समय तक रहकर न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान किया,बल्कि उन्होंने अपने अद्वितीय नेतृत्व कौशल और धैर्य से भी प्रेरणा दी। उनका यह योगदान भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं के लिए मार्गदर्शन का काम करेगा। इसके अलावा,बुच विल्मोर,जो पहले अंतरिक्ष में कई मिशनों का हिस्सा रहे हैं,उनका अनुभव भी इस मिशन के दौरान अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा।

नासा की टीम ने इस मिशन की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की और अंततः यह सुनिश्चित किया कि इन अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी हो। यह मिशन न केवल तकनीकी दृष्टि से सफल था,बल्कि यह मानव साहस और धैर्य का भी प्रतीक बन गया,जो यह साबित करता है कि जब लोग एकजुट होकर किसी चुनौती का सामना करते हैं,तो वे किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं।