काबुल, 18 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)- तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के विदेश मंत्रालय ने कहा कि तापी या तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-भारत पाइपलाइन के तकनीकी मुद्दों पर बातचीत गति पकड़ चुकी है और परियोजना वसंत सीजन में फिर से शुरू हो जाएगी। शुक्रवार को मीडिया ने यह सूचना दी। टोलो न्यूज ने मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी शफी आजम के हवाले से कहा, “हमें उम्मीद है कि वसंत में तापी पाइपलाइन परियोजना के फिर से शुरू होने पर तुरंत एक सटीक तारीख तक पहुंच जाएगी। हमें उम्मीद है कि तापी समेत अन्य परियोजनाओं पर भी जल्द ही काम फिर से शुरू होंगे।”
अर्थशास्त्रियों ने सुझाव दिया है कि तापी पाइपलाइन परियोजना अफगान नागरिकों के लिए रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी।
एक अर्थशास्त्री अहमद मुनीब रासा ने कहा, “मैं इस परियोजना को ऐसे महत्वपूर्ण समय में फिर से शुरू करना एक सकारात्मक कदम मानता हूं, क्योंकि जब यह परियोजना फिर से शुरू होगी, तो लोगों को गैस और नौकरी के अवसर दोनों उपलब्ध कराए जाएंगे।”
हालांकि, अफगानिस्तान में तापी परियोजनाओं के फिर से शुरू होने के बारे में कई रिपोर्टें प्रकाशित की गईं, लेकिन यह अभी तक शुरू नहीं हुई है।
टोलो न्यूज ने अर्थशास्त्री शाकिर याकूब के हवाले से कहा, “देश में प्रमुख आर्थिक परियोजनाओं की सिद्धि भारत और पाकिस्तान जैसे क्षेत्रीय देशों के हाथों में है। जब तक दोनों देशों के हितों को सुनिश्चित नहीं किया जाता है, तब तक इस परियोजना का कार्यान्वयन सिर्फ एक संभावना होगी।”
तापी गैस पाइपलाइन की योजना 1,680 किमी तक फैली है और अफगानिस्तान के हेरात और कंधार प्रांतों को पाकिस्तान और भारत से जोड़ने की योजना है।
परियोजना के खर्च का 5 फीसदी अफगानिस्तान वहन करेगा।
यह प्रोजेक्ट करीब तीन दशक पहले शुरू हुआ था।