हैदराबाद, 20 सितंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- तेलंगाना में 25 सितंबर से 3 अक्टूबर तक भव्य तरीके से मनाए जाने वाले ‘बथुकम्मा’ उत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्य समारोह 3 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा, जिसे ‘सद्दुला बथुकम्मा’ के नाम से जाना जाता है। मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने अधिकारियों को ‘बथुकम्मा’ के लिए विस्तृत व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि महोत्सव में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे, इसलिए व्यापक व्यवस्था की जानी चाहिए।
‘बथुकम्मा’ तेलंगाना में महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक रंगीन, फूलों का त्योहार है। यह तेलंगाना की संस्कृति का प्रतीक माना जाता है।
नौ दिवसीय वार्षिक उत्सव के दौरान, महिलाएं और लड़कियां विशेष रूप से व्यवस्थित फूलों के चारों ओर गाती और नृत्य करती हैं। त्योहार के अंत में, वे स्थानीय तालाबों में ‘बथुकम्मा’ नामक विशेष रूप से व्यवस्थित फूलों को विसर्जित करती हैं।
2014 में तेलंगाना राज्य के गठन के बाद से, ‘बथुकम्मा’ को राज्य उत्सव के रूप में मनाया जाता रहा है।
अधिकारियों को त्योहार के दौरान सड़कों के सुधार, विसर्जन स्थलों की बैरिकेडिंग, निर्बाध बिजली आपूर्ति के प्रावधान और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा जाता है।
एहतियात के तौर पर तैराकों को हुसैन सागर के पास और सभी विसर्जन स्थलों पर तैनात किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को हैदराबाद मेट्रो ट्रेनों के पिलर्स को और ‘बथुकम्मा’ उत्सव की तरह सजाने के लिए भी कहा है। उन्होंने कहा कि त्योहार के बारे में सोशल मीडिया में व्यापक प्रचार किया जाना चाहिए।
हैदराबाद में सस्द्दुला बथुकम्मा समारोह के लिए मुख्य सचिव ने अधिकारियों को ‘बथुकम्मा’ के विसर्जन के लिए छोटी क्रेन की व्यवस्था, हुसैन सागर के तट पर रोशनी, पुलिस सुरक्षा, यातायात नियंत्रण, अस्थायी शौचालय जैसे व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि सभी जिला मुख्यालयों में सद्दुला बथुकम्मा का भी आयोजन किया जाए।
तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य कल्वाकुंतला कविता, जो सांस्कृतिक संगठन तेलंगाना जागृति की प्रमुख हैं, बथुकम्मा समारोह में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
पूर्व सांसद और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता ने पिछले साल दुबई में दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा में ‘बथुकम्मा’ पर एक विशेष शो की व्यवस्था की थी।