भोपाल, 22 दिसम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)- मध्य प्रदेश की पुलिस का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां के तीन पुलिसकर्मी उत्तर प्रदेश के नोएडा गए तो थे धोखाधड़ी और ठगी के आरोपियों को पकड़ने मगर वे ही आरोपियों से उगाही में लग गए और जब राज खुला तो उन्हें नोएडा में गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं राज्य पुलिस महकमे ने तीनों पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। मामला जबलपुर से जुड़ा हुआ है यहां साइबर सेल में तैनात सब इंस्पेक्टर पंकज सिंह व राशिद खान के साथ कांस्टेबल आसिफ खान की टीम धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए नोएडा गई थी। इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने नोएडा के धोखाधड़ी के आरोपियों से 28 लाख से अधिक की रकम वसूली और अतिरिक्त रकम की भी वसूली करना चाहते थे। ऐसे में नोएडा के धोखाधड़ी के आरोपियों ने उन्हें साजिश रच कर अपने शिकंजे में ले लिया और उनकी सर्विस रिवाल्वर भी लूट ली। मामले ने तूल पकड़ा तो नोएडा पुलिस हरकत में आई।
सूत्रों का कहना है कि इन तीनों पुलिस जवानों की सूचना के आधार पर जब सर्विस रिवाल्वर लूटने वालों की तलाश की गई, तो राज खुला कि इन पुलिस के जवानों ने धोखाधड़ी करने वालों से ही उगाही की। परिणामस्वरुप नोएडा पुलिस ने दोनों आरोपियों सूरज भान यादव और शशिकांत यादव के साथ तीनों पुलिस वालों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस पूरे मामले में जबलपुर साइबर सेल के पुलिस अधीक्षक अंकित शुक्ला की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। यही कारण है कि राज्य सरकार ने अंकित शुक्ला का तबादला कर दिया है और उन्हें पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद पर पदस्थ कर दिया है।