तिलक वर्मा (तस्वीर क्रेडिट@Suneel_Jogi)

तिलक वर्मा ने नंबर-3 पर बल्लेबाजी कर जड़ा शतक,कहा- ‘ये कप्तान सूर्या के समर्थन का फल’

सेंचुरियन,14 नवंबर (युआईटीवी)- दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चल रही टी20 सीरीज में टीम इंडिया का प्रदर्शन शानदार रहा है और टीम ने इस सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। तीसरे मैच में भारतीय बल्लेबाज तिलक वर्मा ने नंबर-3 पर बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक लगाया, जिससे भारत को पहले बल्लेबाजी करते हुए 219/6 का मजबूत स्कोर बनाने में मदद मिली। तिलक ने 56 गेंदों पर 7 छक्के और 8 चौके जड़ते हुए नाबाद 107 रन बनाए। जवाब में मेजबान टीम दक्षिण अफ्रीका केवल 208 रन ही बना पाई और भारत ने इस मैच को 11 रन से जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली।

इस बीच तीसरे मैच के हीरो रहे युवा भारतीय बल्लेबाज तिलक वर्मा ने अपने कप्तान की तारीफ करते हुए उनके मार्गदर्शन और समर्थन की सराहना की।

युवा भारतीय बल्लेबाज तिलक वर्मा इस जीत के हीरो और उन्होंने मैच के बाद अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि उन्होंने नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने का मौका मिलने के बाद किस तरह से अपनी बल्लेबाजी को अंजाम दिया। तिलक ने कहा, “मैं इसे शब्दों में नहीं कह सकता,देश के लिए खेलना मेरा सपना था और शतक ऐसे समय पर आया,जब टीम को इसकी बहुत जरूरत थी। हमारे कप्तान सूर्यकुमार यादव को इसका पूरा श्रेय जाता है। उन्होंने मुझे नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया। मैं एक बार फिर से उनका धन्यवाद करता हूँ।” कप्तान की तारीफ करते हुए तिलक वर्मा ने उनके मार्गदर्शन और समर्थन की सराहना की।

तिलक ने अपने शतक के बाद सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा के साथ अपनी साझेदारी पर भी बात की। अभिषेक ने 25 गेंदों पर अर्धशतक बनाकर तिलक के साथ 107 रनों की अहम साझेदारी की। तिलक ने कहा,”मैंने बस अपने बेसिक्स पर ध्यान दिया। शुरुआत से ही पिच पर वेरिएशन थी और अभिषेक के आउट होने के बाद नए बल्लेबाजों के लिए इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था। मैंने लंबे समय तक बल्लेबाजी करने के लिए खुद को तैयार किया और एक साझेदारी का इंतजार किया।

तिलक के नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने के बारे में सूर्यकुमार यादव ने बात की और उन्होंने बताया कि दूसरे टी20 के बाद तिलक ने उनसे नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने की इच्छा जाहिर की थी। सूर्यकुमार ने कहा, “वह (तिलक) मेरे कमरे में आए और कहा कि मुझे नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने का मौका दो, मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूँ। तब मैंने भी कहा कि ठीक है,तुम्हें मौका मिलेगा…जाओ और खुद को साबित करो। मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि उसने जो कहा,वह करके दिखाया।”

यह एक ऐसी कहानी है,जहाँ कप्तान और खिलाड़ी के बीच विश्वास और समर्थन की मिसाल देखने को मिली। तिलक ने जिस तरह से नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने का मौका मिलने के बाद खुद को साबित किया,वह उनके आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत का परिणाम था।

भारत ने तीसरे टी20 मैच में जीत हासिल करने के बाद सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है और अब अंतिम मैच शुक्रवार को जोहान्सबर्ग में खेला जाएगा। यह जीत भारतीय क्रिकेट टीम के लिए उत्साहजनक है और तिलक वर्मा का शतक टीम के लिए एक अहम मोड़ साबित हुआ है।