कोलकाता, 15 अप्रैल (युआईटीवी/आईएएनएस)- पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में बोलपुर-शांतिनिकेतन में गुरुवार देर शाम एक आदिवासी लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है। बीरभूम में प्रसिद्ध गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित विश्व-भारती विश्वविद्यालय है। घटना उस वक्त हुई जब पीड़िता अपने प्रेमी के साथ स्थानीय मेला मैदान में गई थी। उसके प्रेमी ने बाद में पुलिस को सूचित किया कि अचानक पांच लोग मौके पर आए, उस पर हमला कर घायल कर दिया और लड़की का अपहरण कर लिया। वे पीड़िता को पास के नदी किनारे ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया। फिलहाल पीड़िता का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बीरभूम जिले के पुलिस अधीक्षक नागेंद्र नाथ त्रिपाठी समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शुक्रवार सुबह पीड़िता के घर पहुंचे। त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस पीड़िता के दोस्त द्वारा दिए गए विवरण के आधार पर आरोपी व्यक्तियों के स्केच बनाने की कोशिश कर रही है।
त्रिपाठी ने कहा, “ऐसा संदेह है कि आरोपी स्थानीय लोग नहीं थे और वे बाहर से आए थे। सभी पुलिस थानों को अलर्ट कर दिया गया है और हम अपराधियों को पकड़ने के लिए हर संभव रास्ते पर नजर रख रहे हैं।”
यह घटना ममता बनर्जी सरकार के लिए एक बड़ी शर्मिदगी के रूप में सामने आई है, जो पहले से ही पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के हंसखाली में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार के लिए आलोचना का सामना कर रही है। मामले को लव-एंगल मोड़ देने के बाद मुख्यमंत्री मुद्दे की गंभीरता से बच नहीं सकीं। कानूनी विशेषज्ञों, विपक्षी राजनेताओं और नागरिक समाज के सदस्यों ने उनकी टिप्पणियों की आलोचना करते हुए कहा था कि कानून के अनुसार नाबालिग के साथ सहमति से शारीरिक संबंध बनाना भी बलात्कार माना जाता है और इसलिए यह एक अपराध है।