डोनाल्ड ट्रंप (तस्वीर क्रेडिट@Madhodas)

ट्रंप के ‘आर्थिक ताकत’ का इस्तेमाल कर कनाडा को 51वां राज्य बनाने की धमकी पर ट्रूडो ने दिया प्रतिक्रिया

फ्लोरिडा,8 जनवरी (युआईटीवी)- अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों पर एक चौंकाने वाली टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच की सीमा को हटाने और “आर्थिक ताकत” का इस्तेमाल कर दोनों देशों को मिलाने का सुझाव दिया। ट्रंप के इस बयान ने कनाडा में हलचल मचा दी है और विभिन्न राजनीतिक और कूटनीतिक प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न की हैं। ट्रंप ने कनाडा को अक्सर अमेरिका का “51वां राज्य” कहा है और इस बार उन्होंने इसे एक कड़ा बयान देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच जो “कृत्रिम रूप से खींची गई रेखा” है,उसे हटा देना चाहिए,क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बेहतर होगा।

यह बयान ट्रंप ने मंगलवार को फ्लोरिडा के मार-ए-लागो निवास पर एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान दिया था। ट्रंप ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, “आप उस कृत्रिम रूप से खींची गई सीमा को हटा दें और देखें कि वह कैसा दिखेगा,यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बेहतर होगा।” उनका यह सुझाव था कि दोनों देशों के बीच सीमा को समाप्त करना दोनों देशों के लिए एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है और यह “अच्छे पड़ोसियों” के रूप में उनकी स्थिति को और मजबूत कर सकता है। ट्रंप ने कहा कि हालाँकि दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध रहे हैं,लेकिन वे हमेशा एक जैसे नहीं रह सकते और अब बदलाव की आवश्यकता है।

ट्रंप ने आगे कहा कि, “कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच यह वास्तव में एक बड़ी बात होगी। हम अच्छे पड़ोसी रहे हैं,लेकिन हमेशा हम ऐसा नहीं कर सकते।” उनका यह बयान दोनों देशों के मध्य के संबंधों को लेकर उनके दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है,जो व्यापार,सुरक्षा और राष्ट्रीय रक्षा से जुड़ा हुआ है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा के रक्षा पर खर्च किए जा रहे अमेरिकी संसाधनों का हवाला देते हुए कहा कि,यह मत भूलिए कि हम मूल रूप से कनाडा की रक्षा करते हैं,लेकिन कनाडा के साथ यही समस्या है। वहाँ हमारे बहुत सारे दोस्त हैं और मैं कनाडा के लोगों से प्यार करता हूँ। वे महान हैं,लेकिन उनकी रक्षा के लिए हम हर साल सैकड़ों अरबों खर्च कर रहे हैं। कनाडा की देखभाल के लिए हम हर साल सैकड़ों अरबों खर्च कर रहे हैं। ट्रंप ने यह भी बताया कि अमेरिका कनाडा से व्यापार घाटे का सामना कर रहा है,जिससे उनके अनुसार यह रिश्ते असंतुलित हो गए हैं।

ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि वे कनाडा और मैक्सिको से आने वाले सामानों पर अधिक टैरिफ लगाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि, “हर साल कनाडा को लगभग 200 बिलियन डॉलर की सब्सिडी समेत कई अन्य चीजें भी दी जाती हैं। उनके पास बहुत छोटी सेना है। अनिवार्य रूप से उनके पास कोई सेना नहीं है। वे हमारी सेना पर निर्भर हैं। यह सब ठीक है,लेकिन आप जानते हैं कि इसके लिए उन्हें भुगतान करना होगा। उनके मुताबिक, कनाडा को अपनी रक्षा पर ज्यादा खर्च करना चाहिए, क्योंकि वह अमेरिका की सुरक्षा पर निर्भर है।

इसके बाद,अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर ट्रंप ने एक पोस्ट डाली, जिसमें उन्होंने कनाडा को अमेरिका का हिस्सा बताते हुए एक एडिट की गई तस्वीर साझा की और इस तस्वीर का शीर्षक दिया था “ओह कनाडा,” जो इस बात का प्रतीक था कि ट्रंप कनाडा को अमेरिका में शामिल करने का समर्थन करते हैं।

ट्रंप के पोस्ट के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस सुझाव को पूरी तरह से खारिज कर दिया। इस पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि, कनाडा के संयुक्त राज्य अमेरिका का हिस्सा बनने की कोई संभावना नहीं है। दोनों देशों के श्रमिक और समुदाय एक-दूसरे के सबसे बड़े व्यापारिक और सुरक्षा साझेदार होने से लाभान्वित होते हैं।” प्रधानमंत्री ट्रूडो का यह बयान कनाडा की संप्रभुता की रक्षा और दोनों देशों के बीच के रिश्तों की स्थिरता को बनाए रखने के लिए था।

ट्रंप के द्वारा की गई टिप्पणियों का कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भी आलोचना किया और कहा कि ट्रंप को कनाडा के बारे में समझ की कमी है। आगे उन्होंने कहा कि, ऐसी धमकियों से कनाडा कभी पीछे नहीं हटेगा। उनका यह बयान कनाडा की राष्ट्रीय अखंडता और स्वतंत्रता को बरकरार रखने के संकल्प का प्रतीक था।

ट्रंप ने नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में जीतने के बाद से बार-बार अमेरिका और कनाडा के विलय का विचार प्रस्तुत किया है। उन्होंने कई बार मजाक करते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को “ग्रेट स्टेट ऑफ कनाडा” का गवर्नर बताया था। यह बयान कनाडा के प्रति ट्रंप के हल्के-फुल्के दृष्टिकोण को दर्शाता है,लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कभी भी इस विचार को पूरी तरह से गंभीरतापूर्वक नहीं प्रस्तुत किया था।

इसके अलावा, ट्रंप ने कनाडा के सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी भी दी थी,यदि कनाडा सीमा सुरक्षा को मजबूत करने और अमेरिका में नशीली दवाओं और अवैध आप्रवासियों के प्रवाह को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाता। यह बयान उनकी सख्त व्यापार नीति और सुरक्षा मुद्दों पर उनके दृष्टिकोण को दर्शाता है।

इस प्रकार,डोनाल्ड ट्रंप का कनाडा और अमेरिका के विलय का सुझाव,विशेष रूप से उनके द्वारा सीमा को हटाने की बात,एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। कनाडा की सरकार ने इस पर विरोध व्यक्त करते हुए यह स्पष्ट किया है कि वे अपनी संप्रभुता को बनाए रखने के लिए किसी भी तरह की धमकियों का सामना करेंगे। ट्रंप के इस बयान ने यह साबित कर दिया कि उनके दृष्टिकोण में हमेशा कुछ नया और विवादित होता है,जो दुनिया भर में चर्चा का विषय बन जाता है।