अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन (तस्वीर क्रेडिट@TheSamirAbbas)

अमेरिकी रक्षा सचिव ऑस्टिन ने ट्रंप प्रशासन में सैन्य लीडर के ‘हर हालत में’ सही काम करने की बात कही

वाशिंगटन,8 नवंबर (युआईटीवी)- अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने अमेरिकी सेना के राजनीति से दूर रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि परिस्थितियाँ चाहे जैसी भी रहे अमेरिकी सेना सभी वैध आदेशों का पालन करने के लिए तैयार रहेगी। पेंटागन ने यह स्पष्ट किया कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संभावित प्रशासन में एक सुव्यवस्थित परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

मियामी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऑस्टिन ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि,चाहे कुछ भी हो जाए हमारे नेता सही काम करना जारी रखेंगे।” हालाँकि,उन्होंने ट्रंप प्रशासन के संभावित निर्णयों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया,लेकिन साथ ही यह कहा कि उन्हें सेना के नेतृत्व पर भरोसा है और सेना हमेशा संविधान और कानून के दायरे में काम करेगी।

ऑस्टिन ने गुरुवार को अमेरिकी सैनिकों के लिए एक सार्वजनिक ज्ञापन भी जारी किया,जिसमें उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना राजनीति से दूर रहेगी और अपने सिद्धांतों और व्यावसायिकता के साथ अमेरिकी गणराज्य की रक्षा करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सेना अपने मूल्यवान सहयोगियों और भागीदारों के साथ खड़ी रहेगी, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ करते हैं। साथ ही उन्होंने कांग्रेस से सेना का समर्थन करने की उम्मीद जताई।

पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने 2020 में विरोध प्रदर्शनों को दबाने के लिए विद्रोह अधिनियम को लागू करने की योजना बनाई थी,जिसके तहत सक्रिय-ड्यूटी सैनिकों को तैनात किया जा सकता था।

ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी से पहले,ऑस्टिन से यह सवाल पूछा गया था कि क्या ट्रंप प्रशासन सेना के खिलाफ कोई गैरकानूनी आदेश जारी कर सकता है। इस पर ऑस्टिन ने कहा कि सैन्य कर्मियों के साथ क्या किया जा सकता है और क्या नहीं,यह कानून द्वारा स्पष्ट रूप से परिभाषित है। उन्होंने भरोसा जताया कि सेना के नेता इन कानूनों से भली-भाँति परिचित हैं और उनके पास सबसे बड़ा कानूनी दल है,जो सुनिश्चित करता है कि वे सही रास्ते पर रहें।

ऑस्टिन ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति को अपने सैन्य नेताओं का चयन करने का अधिकार है और अटकलें हैं कि ट्रंप संयुक्त सेना के अध्यक्ष जनरल सीक्यू ब्राउन को बर्खास्त कर सकते हैं,जो दक्षिणपंथी आलोचकों के निशाने पर रहे हैं।