श्रीलंका के नए विदेश मंत्री विजिथा हेराथ और एस.जयशंकर (तस्वीर क्रेडिट@DrSJaishankar)

विजिथा हेराथ के दूसरी बार श्रीलंका के विदेश मंत्री बनने पर जयशंकर ने बधाई दी

कोलंबो,19 नवंबर (युआईटीवी)- श्रीलंका के नए विदेश मंत्री विजिथा हेराथ ने हाल ही में अपने पद का कार्यभार संभाल लिया। भारत के विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर ने हेराथ को उनकी दोबारा नियुक्ति पर बधाई दी है। जयशंकर, जो वर्तमान में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील में हैं,ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी शुभकामनाएँ व्यक्त की। उन्होंने लिखा,”श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिथा हेराथ को उनकी दोबारा नियुक्ति पर बधाई। दोस्ती के हमारे ऐतिहासिक बंधन को और मजबूत करने और पारस्परिक लाभ के लिए हमारी व्यापक साझेदारी को गहरा करने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हूँ।”

जयशंकर ने सितंबर में कोलंबो की अपनी यात्रा के दौरान हेराथ के साथ विस्तृत चर्चा की थी। इस यात्रा के दौरान उन्होंने श्रीलंका के राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातचीत की थी। यह यात्रा उस समय हुई थी,जब श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने पदभार ग्रहण किया था। जयशंकर राष्ट्रपति दिसानायके के पदभार संभालने के बाद श्रीलंका का दौरा करने वाले पहले उच्च-स्तरीय विदेशी गणमान्य थे।

सोमवार सुबह कोलंबो स्थित राष्ट्रपति सचिवालय में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में विजिथा हेराथ सहित 21 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने 21 सितंबर को राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद नई सरकार की कमान सँभाली। उनके नेतृत्व में गठित कैबिनेट में विजिथा हेराथ और हरिनी अमरसूर्या प्रमुख रूप से शामिल हैं।

श्रीलंका के संसदीय चुनाव में नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। 14 नवंबर को हुए चुनाव में एनपीपी ने 159 सीटें जीतकर संसद में दो-तिहाई बहुमत प्राप्त किया। यह पहली बार है,जब आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली लागू होने के बाद किसी राजनीतिक दल ने ऐसा बहुमत प्राप्त किया है।

हरिनी अमरसूर्या नई सरकार में प्रधानमंत्री के रूप में काम करना जारी रखेंगी, जबकि विजिथा हेराथ विदेश मामलों के साथ-साथ विदेशी रोजगार और पर्यटन मंत्रालय का भी कार्यभार सँभालेंगे।

नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के दौरान राष्ट्रपति दिसानायके ने देश की जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने श्रीलंका की राजनीतिक और आर्थिक दिशा को बदलने के लिए एनपीपी को समर्थन दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता ने एनपीपी की नीतियों और नेताओं की ईमानदारी के आधार पर विश्वास जताया है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अब जनता एनपीपी का मूल्यांकन एक सरकार के रूप में उनके प्रदर्शन के आधार पर करेगी।

यह नई सरकार श्रीलंका के लिए एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है,क्योंकि देश आर्थिक और राजनीतिक संकटों से उबरने की कोशिश कर रहा है। हेराथ और अन्य मंत्रियों पर देश की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और वैश्विक मंच पर श्रीलंका की छवि को सुधारने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।