प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तस्वीर क्रेडिट@RekhaGuppta)

वक्फ संशोधन विधेयक संसद में हुआ पारित,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया ऐतिहासिक क्षण

नई दिल्ली,4 अप्रैल (युआईटीवी)- वक्फ संशोधन विधेयक को संसद के दोनों सदनों की मंजूरी मिल गई है,जो एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। यह विधेयक पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा में विस्तृत चर्चा के बाद पारित हुआ। लोकसभा में इस पर 12 घंटे से अधिक समय तक बहस हुई,जबकि राज्यसभा में भी इसे 13 घंटे तक चर्चा के बाद पास किया गया। राज्यसभा में वोटिंग के दौरान,वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के पक्ष में 128 सांसदों ने मतदान किया,जबकि 95 सांसदों ने इसके खिलाफ मतदान किया। इसके साथ ही राज्यसभा से ‘मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2024’ भी पारित हुआ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विधेयक के संसद से पारित होने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक का संसद के दोनों सदनों से पारित होना हमारे सामूहिक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है,जो सामाजिक-आर्थिक न्याय, पारदर्शिता और समावेशी विकास को सुनिश्चित करेगा। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि इससे विशेष रूप से उन लोगों को मदद मिलेगी,जो लंबे समय से हाशिये पर रहे हैं और उन्हें अवसरों और आवाज़ से वंचित किया गया है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर प्रधानमंत्री मोदी ने पोस्ट की शृंखला में लिखा, वक्फ व्यवस्था दशकों से पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी का पर्याय रही है। खास तौर पर इससे मुस्लिम महिलाओं,गरीब मुसलमानों और पसमांदा मुसलमानों को नुकसान हुआ है। संसद द्वारा पारित यह कानून पारदर्शिता को बढ़ावा देगा और लोगों के अधिकारों की रक्षा भी करेगा। प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “अब हम ऐसे युग में प्रवेश करेंगे,जहाँ वक्फ व्यवस्था अधिक आधुनिक और सामाजिक न्याय के प्रति संवेदनशील होगी।”

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पोस्ट में यह भी कहा की, “हम एक ऐसा भारत बनाना चाहते हैं,जो मजबूत,समावेशी और दयालु हो। यही हमारी प्राथमिकता है और इस तरह हम अपने प्रत्येक नागरिक की गरिमा को प्राथमिकता देते हुए एक नया और बेहतर भारत बना सकते हैं।”

3 अप्रैल को राज्यसभा में इस विधेयक पर 13 घंटे की लंबी बहस हुई। इसके बाद देर रात 2:30 बजे के बाद उच्च सदन ने इस विधेयक को मंजूरी दे दी। राज्यसभा ने भी लोकसभा की तरह विपक्ष के सभी संशोधन प्रस्तावों को खारिज कर दिया। इसके साथ ही राज्यसभा ने ‘यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट एम्पावरमेंट एफिशिएंसी एंड डवलपमेंट’ (उम्मीद) विधेयक पर अपनी मुहर लगाई। इस विधेयक के माध्यम से वक्फ परिसंपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और दक्षता लाने का प्रयास किया गया है। इस विधेयक के तहत वक्फ बोर्डों को अपने कार्यों में अधिक जवाबदेह और पारदर्शी बनाने की योजना है,जिससे वक्फ परिसंपत्तियों का बेहतर उपयोग हो सके।

लोकसभा ने 2 अप्रैल को रात करीब 1:56 बजे वक्फ संशोधन विधेयक को पारित किया था। इस विधेयक के पक्ष में 288 वोट पड़े,जबकि इसके खिलाफ 232 सांसदों ने मतदान किया था। विधेयक पर लोकसभा में 12 घंटे से अधिक समय तक चर्चा हुई। विपक्ष के संशोधन प्रस्तावों को ध्वनिमत से खारिज कर दिया गया। अब यह विधेयक राष्ट्रपति के पास हस्ताक्षर के लिए भेजा जाएगा और सरकार की ओर से अधिसूचित होते ही यह कानून का रूप ले लेगा।

वक्फ संशोधन विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता लाना है। यह विधेयक वक्फ संपत्तियों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करेगा,जिससे उनका लाभ समाज के उन वर्गों तक पहुँचेगा,जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है। इस विधेयक से मुस्लिम समाज के गरीब और पिछड़े वर्ग को खास फायदा होने की संभावना है,क्योंकि अब वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन इस तरह से किया जाएगा कि वे उनके वास्तविक मालिकों तक पहुँचे। इस विधेयक के पारित होने से वक्फ बोर्डों और उनके कामकाज में पारदर्शिता आएगी और वे अपनी जिम्मेदारियों के प्रति अधिक जवाबदेह होंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस विधेयक के पारित होने को एक ऐतिहासिक कदम बताया,जो समाज के कमजोर और हाशिये पर रहने वाले वर्गों को उनकी मूलभूत अधिकारों और अवसरों से जोड़ने का काम करेगा। उनका मानना है कि इस कानून से मुस्लिम महिलाओं,गरीब मुसलमानों और पसमांदा मुसलमानों को फायदा होगा,जिनके लिए वक्फ संपत्तियों का लाभ अब तक सही तरीके से नहीं पहुँच पाया था।

वक्फ संशोधन विधेयक को पारित करने के साथ ही सरकार ने वक्फ व्यवस्थाओं को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के कुशल प्रबंधन और उनके लाभकारी उपयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण सुधार है। इससे वक्फ संपत्तियों का बेहतर उपयोग होगा और उन तक लाभ पहुँचाने की प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।

इस विधेयक के पास होते ही प्रधानमंत्री मोदी ने एक सकारात्मक संदेश दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि हम एक ऐसा भारत बना रहे हैं,जो हर नागरिक की गरिमा को प्राथमिकता देगा। वक्फ संशोधन विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक का पारित होना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है,जो समावेशी विकास और सामाजिक न्याय की ओर एक कदम और बढ़ाता है।