अबू धाबी, 5 नवंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- वेस्टइंडीज के टॉप ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने इसकी पुष्टि की है कि वह वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे आईसीसी टी20 विश्व कप के अंत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे।
हालांकि, 38 वर्षीय इस सुपरस्टार ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि वह दुनिया भर की आकर्षक लीगों में भी खेलना बंद कर देंगे? खासकर, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल), जहां उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स के लिए कई सत्र खेले हैं। हालांकि वह चोट के कारण गुजरात लायंस के साथ 2017 के आईपीएल सीजन में खेलने से चूक गए थे।
अगस्त में, वेस्टइंडीज के कप्तान केरोन पोलार्ड ने घोषणा की थी कि ब्रावो ने कैरेबियन में अपना अंतिम टी20 (इंटरनेशनल) खेला था।
गुरुवार को श्रीलंका से टीम की 20 रन की हार के बाद – जिसने गत चैंपियन को गुरुवार को यहां आईसीसी टी 20 विश्व कप से बाहर कर दिया, ब्रावो ने पूर्व कप्तान डैरेन सैमी और आईसीसी के मैच के बाद के फेसबुक शो में कमेंटेटर एलेक्स जॉर्डन के साथ बातचीत में इसकी पुष्टि की है कि वह अपने अब नहीं खेलेंगे ।
ब्रावो ने कहा, मुझे लगता है कि समय आ गया है, मेरा करियर बहुत अच्छा रहा है। 18 साल तक वेस्ट इंडीज का प्रतिनिधित्व करने के लिए, कुछ उतार-चढ़ाव थे, लेकिन जब मैं इसे देखता हूं तो महसूस करता हूं कि मैं इस क्षेत्र और कैरेबियाई लोगों का इतने लंबे समय तक प्रतिनिधित्व करने के लिए बहुत आभारी हूं।
उन्होंने कहा, तीन आईसीसी ट्राफियां जीतने के लिए, दो मेरे कप्तान (डैरेन सैमी) के साथ, एक बात पर मुझे गर्व है कि क्रिकेटरों के युग में हम वैश्विक मंच पर अपना नाम बनाने में कामयाब रहे ।
दो बार के टी20 विश्व कप विजेता, ब्रावो ने वेस्टइंडीज के लिए 90 टी 20 इंटरनेशनल खेले हैं, जिसमें 78 विकेट लिए हैं और 1000 से अधिक रन बनाए हैं। सीम बॉलिंग करने वाले इस ऑलराउंडर ने 2004 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया, और अबतक 293 मैच खेल चुके हैं।
अपने पूरे करियर में एक टी20 ट्रेंड सेटर, ब्रावो धीमी गेंद के प्रारूप के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रहे हैं और बल्ले और गेंद दोनों के साथ मौत पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। साल 2012 में, उन्होंने विजयी कैच लिया था जब वेस्टइंडीज ने पहली बार टी 20 विश्व कप जीता था और 2016 में टूनार्मेंट डीतने वाली टीम में वह शामिल थे।
इस अनुभवी खिलाड़ी ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में वेस्ट इंडीज की भविष्य की उन संभावनाओं के बारे में बात की, जो कि अगली पीढ़ी की मदद कर सकता है।
उन्होंने कहा, मैं अब युवा खिलाड़ियों के साथ जो भी मेरे पास अनुभव और जानकारी है, उसे देने की कोशिश करना चाहता हूं। मुझे लगता है कि सफेद गेंद के प्रारूप में वेस्टइंडीज क्रिकेट का भविष्य उज्जवल है और हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम लोगों का समर्थन करते रहें और उन्हें प्रोत्साहित करते रहें।
ब्रावो ने कहा, यह वैसा विश्व कप नहीं था जिसकी हमें उम्मीद थी, यह विश्व कप वैसा नहीं साबित हुआ जिसे हम खिलाड़ी के रूप में चाहते थे। हमें अपने लिए खेद नहीं होना चाहिए, यह एक कठिन प्रतियोगिता थी, हमें अपना मनोबल ऊंचा रखना चाहिए।
ब्रावो ने उस विरासत के बारे में गर्व से बात की, जिसे उनकी पीढ़ी के वेस्टइंडीज के क्रिकेटरों ने नई पीढ़ी के लिए छोड़ा है।
वो कहते हैं, हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हमारी अपनी पहचान हो और हमेशा पिछली किंवदंतियों की छाया में न बने रहें। जाहिर है, इन लोगों ने 70, 80 और 90 के दशक की शुरूआत में जो किया है, हम उसका सम्मान करते हैं और ये वे लोग हैं जिन्होंने हमें प्रेरित किया।
ब्रावो ने कहा, यह एक प्रारूप है जो 2008 में पैदा हुआ था या ऐसा ही कुछ था, जिस तरह से हम उस कम समय में हावी होने के लिए एक नए प्रारूप में हावी थे। मुझे आपके (सैमी) के साथ बातचीत याद है कि ‘हां, सर विव और सर गैरी की अपनी विरासत है, सर क्लाइव लॉयड और ये लोग, लेकिन हमारे पास अपना खुद का बनाने का अवसर है।’
उन्होंने कहा, हम अपनी विरासत खुद बनाते हैं। कुछ लोग सोच सकते हैं कि यह एक ऐसा प्रारूप है जिसका बहुत से लोग सम्मान नहीं करते हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि यह एक आईसीसी टूनार्मेंट है और यह एक ऐसा टूनार्मेंट है जिसे आईसीसी क्रिकेट ने मंजूरी दी है, इसलिए हमें इस पर गर्व होना चाहिए, जो हमने हासिल किया है।
ब्रावो का अंतरराष्ट्रीय करियर 6 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वेस्टइंडीज के टी20 विश्व कप अभियान के अंतिम मैच के बाद समाप्त हो जाएगा। अगर वह खेलते हैं, तो यह टीम के लिए उनका 294वां मैच होगा।