जिनेवा, 1 दिसम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि सिर्फ तमाम देशों में यात्रा प्रतिबंधों के जरिये दुनिया भर में कोविड-19 और ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रसार को रोकना संभव नहीं है, इसके लिए हमें व्यापक इंतजाम करने होंगे। बता दें कि दर्जनों देशों ने पहले ही इस तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। हालांकि ओमिक्रॉन को डब्ल्यूएचओ ने “वैरिएंट ऑफ कंसर्न” करार दिया है, डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को कहा कि यात्रा प्रतिबंध केवल जीवन और आजीविका पर बोझ डालेगा।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले हफ्ते दक्षिण अफ्रीका द्वारा ओमिक्रॉन वैरिएंट को सबसे पहले डब्ल्यूएचओ को सूचित किया गया था। अब तक, कई देशों के राज्यों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामलों की पुष्टि हुई है। दर्जनों देशों ने पहले ही यात्रा पर कड़ा पहा लगा दिया है, वहीं, कुछ देशों ने उड़ानें भी निलंबित कर दी हैं।
मंगलवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट पर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेबियस ने बोत्सवाना और दक्षिण अफ्रीका को इस वैरिएंट का इतनी तेजी से पता लगाने और रिपोर्ट करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने अन्य देशों से अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों को ध्यान में रखते हुए जोखिम-घटाने के उपाये खोजने का आग्रह किया है।
इस बीच, डब्ल्यूएचओ ने सलाह दी कि “जो लोग अस्वस्थ हैं, जिन्हें कोविड-19 रोग विकसित होने का खतरा है, जिनमें 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोग हृदय रोग, कैंसर और मधुमेह जैसी कॉमरेडिडिटी वाले लोग शामिल हैं,” उन्हें अपनी यात्राएं स्थगित कर देनी चाहिए।