सिडनी, 9 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)- आस्ट्रेलिया के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने कहा है कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में भारत के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में चार अंक गंवाना बेहद निराशाजनक था और इसी कारण उनकी टीम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में जगह नहीं बना पाई। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मेलबर्न में दूसरे मैच में तय समय से दो ओवर कम करने के कारण आस्ट्रेलिया पर मैच फीस का 40 फीसदी जुर्माना लगाया था और साथ ही उसे चार डब्ल्यूटीसी प्वॉइंट्स गंवाने पड़े थे। उस मैच में आस्ट्रेलिया को भारत के हाथों आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।
लैंगर ने सेन रेडियो से कहा, ” हमने कुछ अच्छी क्रिकेट खेली। लेकिन घर में भारत के हाथों हारना बेहद निराशाजनक था। साथ ही धीमी ओवर गति के कारण हमें अंक भी गंवाने पड़े, जिसकी कीमत हमें चुकानी पड़ी।”
उन्होंने कहा, ” यह काफी करीबी था और आप इन दिनों टेस्ट क्रिकेट में कितनी बार डॉक किए गए अंक प्राप्त करते हैं? शायद ही कभी। हमारे पास यह है कि हमारे नियंत्रण में, यह एक व्यवहारिक बात है, उस समय जब हमने सोचा था कि ओह, यह इतना बड़ा सौदा नहीं है। लेकिन इसके चलते हमें डब्ल्यूटीसी फाइनल से हाथ धोना पड़ा। जिन चीजों को हम नियंत्रित कर सकते हैं उन्हें हमें नियंत्रित करना होगा।”
डब्ल्यूटीसी की तालिका में आस्ट्रेलिया अपने प्रतिद्व़ंद्वी न्यूजीलैंड से केवल दो प्रतीशत अंक ही पीछे था। लेकिन भारत द्वारा इंग्लैंड को हराने के बाद भारत ने फाइनल में प्रवेश कर लिया और अब डब्ल्यूटीसी का फाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा।
लैंगर ने कहा, ” हमारे मैनेजर गेविन डोवे तब टीम के साथ नहीं थे। वह अपने परिवार के साथ क्रिसमस मनाने के लिए चले गए थे। हमें मैच के बाद अहसास हुआ कि हमारी ओवर गति धीमी हो गई थी। अब यह हमारी तरफ से वास्तव में लापरवाही थी। मुझे याद है कि बाद में हम टीम रूम में थे और मैंने पेनी (कप्तान टिम पेन) और अपने विश्लेषक डेने हिल्स से इस बारे में बात की। मैं इसको लेकर नाराज था और मुझे लग रहा था कि इससे हम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने का मौका गंवा सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, ” मैंने बाद में खिलाड़ियों से कहा है कि ये दो ओवर हमें विश्व टेस्ट चैंम्पियनशिप के लिए महंगे पड़ सकते हैं। इसलिए हमें इस क्षेत्र में बेहतर करना होगा तथा सिडनी और ब्रिसबेन में ऐसा नहीं होना चाहिए।”